कानपुर में प्राचार्य ने शासन को लिस्ट बनाकर भेजी सीटों की डिमांड: हैलट अस्पताल आने वाले मरीजों को इलाज में मिलेगा लाभ

कानपुर, अमृत विचार। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जल्द ही सुपर स्पेशिलिस्ट डॉक्टर देखने को मिलेंगे, जिनकी मदद से स्पेशल केसों को करने में एमबीबीएस छात्रों को जहां प्रशिक्षण मिलेगा। वहीं, मरीजों को भी इलाज में लाभ मिलेगा। एमडी, एमएस, डीआरपी, डीएनबी समेत 147 सीटों का प्रस्ताव बनकर कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला ने शासन को भेज दिया है। शासन से अनुमति मिलने के बाद ये सीटें बढ़ जाएंगी जिसकी पूरी उम्मीद है। इसके बाद गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज जीएसवीएम होगा।
हैलट अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों प्रतिदिन दो हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जबकि हैलट इमरजेंसी में प्रतिदिन सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इसी तरह जीएसवीएसएस पीजीआई में करीब पांच मरीज ओपीडी में परामर्श के लिए पहुंचे रहे हैं, जिनमे कई केस स्पेशल किस्म के रहते हैं। कॉलेज में सीटों की पर्याप्त संख्या नहीं होने पर ऐसे में मौजूद डॉक्टरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इसलिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला ने उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के महानिदेशक को पत्र लिखकर 147 सीटें बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है, जिसमे एमडी डर्मेटोलॉजी वनेरोलॉजी एंड लेप्रोसी, एमडी साइकेट्री, एमडी एनेस्थीसिया, एमडी जनरल मेडिसिन, एमडी पीडियाट्रिक्स, एमडी टीबी एंड चेस्ट/रेस्पीरेटरों मेडिसिन, एमडी बायोकेमेस्ट्री, एमडी पैथोलॉजी, एमडी माइक्रोबायोलॉजी, एमडी फोरेंसिक मेडिसिन, एमडी फार्माकोलॉजी, एमडी कम्युनिटी मेडिसिन, एमएस जनरल सर्जरी, एमएस आर्थोपेडिक्स, एमएस ईएनटी, डीएम न्यूरोलॉजी समेत आदि सीटें शामिल है।
प्राचार्य प्रो.संजय काला ने बताया कि डीआरपी की 46 सीट, पीजी एमएसआर की 86 व डीएनबी की 15 सीटों का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। सीटें मिलने पर सबसे ज्यादा लाभ मरीजों को मिलेगा और कॉलेज के पास सुपर स्पेशिलिट के डॉक्टर होंगे, जिसकी मदद से बीमारियों का निदान करना और नए शोध कार्यों को करने का मौका भी मिलेगा।