बरेली: गरीबों का राशन डकारने वाले कोटेदारों पर रिपोर्ट दर्ज
सेंथल में स्टॉक में होना चाहिए था 151 क्विंटल खाद्यान्न, मिला एक दाना भी नहीं
बरेली, अमृत विचार। सेंथल और क्योलड़िया में सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वाले कोटेदारों के खिलाफ पूर्ति निरीक्षक ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। कार्ड धारकों की शिकायत पर पूर्ति विभाग की टीम जांच करने पहुंची थीं। सेंथल में तो दुकान पर खाद्यान्न का एक दाना भी नहीं मिला, जबकि स्टॉक में 151 क्विंटल खाद्यान्न होना चाहिए था।
सेंथल के लोगों ने जनसुनवाई पोर्टल पर मामले की शिकायत की थी। इस पर पूर्ति विभाग की टीम जांच करने कोटेदार रामेश्वर दयाल की दुकान पर पहुंची तो दुकान बंद थी। कोटेदार को बुलाकर दुकान खुलवाई गई। दुकान के अंदर 43.78 क्विंटल गेहूं और 107.45 क्विंटल चावल यानी कुल 151.23 क्विंटल खाद्यान्न होना चाहिए था लेकिन मौके पर शून्य पाया गया।
कोटेदार का कहना था कि उसके बाहर होने पर सहयोगी ने स्टॉक खुर्द-बुर्द कर दिया है। इस दौरान पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने कार्डधारकों के बयान भी दर्ज किए। लोगों ने राशन नहीं देनें, दुकान नहीं खोलने और अभद्रता करने जैसे आरोप लगाए। डीएम के अनुमोदन के बाद पूर्ति निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव ने हाफिजगंज थाने में आरोपी कोटेदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अंगूठा लगवाने के बाद कम देता था राशन
क्योलड़िया के डंडिया गांव में ग्रामीणों की शिकायत पर पूर्ति विभाग की टीम ने 20 सितंबर को कोटेदार राकेश चंद्र की दुकान का निरीक्षण किया था। जहां दुकान पर उनकी पत्नी मिलीं। उन्होंने बताया कि पति राकेश बाहर गए हुए हैं। स्टॉक चेक करने पर बड़ी हेराफेरी पाई गई। जांच में पाया गया कि कोटेदार ने 1968 किलोग्राम गेहूं और 3046 किलोग्राम चावल की कालाबाजारी की। कार्ड धारकों के बयान लेने से पता चला कि कोटेदार राशन कम देने के साथ अक्सर दुकान बंद रखता है। ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगवाकर अगले दिन राशन देता है। इस मामले में भी डीएम के अनुमोदन पर पूर्ति निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव ने क्योलड़िया थाने में आरोपी कोटेदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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