लखनऊ : सड़कों पर गड्ढे ,धूल ही धूल - विभाग के जिम्मेदार गंभीर नहीं
लखनऊ, अमृत विचार। लोक निर्माण विभाग की अधिकांश सड़कों पर गढ्ढे के साथ धूल ही धूल उड़ रहे है । जिससे सड़कों पर आवागमन करने वाले राहगीरों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर बीमारी के शिकार हो रहे हैं। सड़कों पर पड़े गिट्टी,डामर,सुर्खी समेत अन्य निर्माण सामाग्री तेजी से वायु प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे लोगों को माउथ कैंसर में इजाफा के साथ सांस लेना दूभर हो गया है। प्रदेश की सड़कों का हाल यह है कि सड़कों को बनाने के लिए टेंडर कर ठेकेदारों को कार्य कराने के लिए दे दिया जा है लेकिन गंभीर बात यह है कि ठेकेदारों द्वारा सड़कों को बनाने और टूटी सड़कों की मरम्मत कराने में मानक को कोई प्रयोग नहीं किया जाता है। लोगों के स्वास्थ्य के साथ कोई खिलवाड़ ना हो इसके बारे में प्राइवेट कंपनी कोई ध्यान ही नहीं देती । निर्माण कार्य की अवधि को कार्यदायी संस्था कभी मानती नहीं हैं जिससे कई महीनों तक सड़कों पर लोग धूल फांकने को विवश हैं। ऐसे लापरवाह ठेकेदारों,विभागीय अधिकारियों,कार्मिकों के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई तक नहीं होती है। विभागीय जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। ठेकेदार उच्चधिकारियों से लेकर नीचे तक कार्य का सुविधा शुल्क पहुंचा देते है जिससे कोई कुछ जांच करने या मानक,सड़क विकास की कोई जानकारी ही नहीं लेता है।
बारिश के बाद जर्जर हुई कई सड़कों की मरम्मरत अभी तक नहीं कराई गई हैं। लोग गड्ढों से गुजरते हुए परेशान हो रहे हैं। सैकड़ों गड्ढों से भरी सड़कों पर काफी धूल भी उड़ रही हैं। खासकर अभी ज्यातदा यातायात का भार झेल रहे लाल घाटी मार्ग की हालत खासी खराब हो रही हैं। सैकड़ों गड्ढों से भरी सड़कों पर काफी धूल भी उड़ रही हैं।
शहर की अधिकांश सड़कों पर किया गया पेचवर्क भी उखड़ गया हैं। और कई जर्जर मार्ग ऐसे हैं जिनकी मरम्मत भी नपा नहीं करा पाई है। पेचवर्क के नाम ठेकेदार ने कुछ सड़कों पर लीपापोती की भी सही, पर सड़कें नहीं सुधारी गई हैं। अब स्थिति यह है कि शहर की अधिकांश सड़कें गड्ढों से भरी है और धूल के गुबार उड़ रहे हैं।
उम्मीद बंधी थी कि नपा की कार्यप्रणाली में कुछ सुधार आएगा, पर अभी तक कुछ लग नहीं रहा है। शहर के सभी क्षेत्रों में सड़कों पर हो रहे गड्ढों में वाहन सवार गिर रहे हैं। दिनभर धूल-मिट्टी उड़ रही है। तेज रफ्तार बाइक चालकों की वजह से छोटे-बड़े कंकर-पत्थर भी उछलकर लोगों की आंखों,सर में लगते हैं।
कार्रवाई के साथ लगेगा जुर्माना
सड़कों को मानक और पर्यावरण को देखते हुये बनाया जायेगा जिससे जनता के स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा। निर्धारित समय में तेजी के साथ सड़कों पर गढ्ढा भरने और पैच का कार्य कराया जायेगा । किसी संस्था या ठेकेदार की लापरवाही मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई के साथ जुर्माना लगाया जायेगा ।
अरविंद कुमार जैन,प्रमुख अभियंता विकास एवं विभागाध्यक्ष पीडब्लूडी
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