रुद्रपुर: वर्ष 2008 में अंडरवर्ल्ड के संपर्क में आ चुका था दीपक, जेडे की हत्या के बाद मिली ख्याति

रुद्रपुर: वर्ष 2008 में अंडरवर्ल्ड के संपर्क में आ चुका था दीपक, जेडे की हत्या के बाद मिली ख्याति

रुद्रपुर, अमृत विचार। लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास नहीं होने के बाद भी अपने शातिर दिमाग के कारण हल्द्वानी का रहने वाला दीपक सिसोदिया अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का बेहद करीबी बन बैठा। ऐसा नैनीताल पुलिस ने भी नहीं सोचा था और न ही मुंबई की क्राइम ब्रांच ने। हमेशा दबंगई और गुंडागर्दी में सबसे आगे रहने वाले दीपक का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया जब उसे महाराष्ट्र के जाने-माने पत्रकार को दिनदहाड़े फिल्मी अंदाज में गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया।

जून माह 2011 में पत्रकार हत्याकांड ने महाराष्ट्र सहित पूरे देश में खलबली मचा दी थी। कारण जेडे हत्याकांड में दीपक ने जिन शूटरों के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया वह अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शूटर निकले। देखते ही देखते सजायाफ्ता दीपक छोटा गैंग का सक्रिय और खास आदमी बन गया। जब उसे महाराष्ट्र अदालत ने आजीवन सजा सुनाई तभी से वह अमरावती जेल से बाहर भागने की योजना बना चुका था। वर्ष 2022 को पैरोल पर रिहा होने के बाद वह फरार हो गया और नेपाल आकर छिप गया। जिस कारण दुनिया भर की खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई। मगर गिरफ्तार नहीं कर सकी।

कुमाऊं एसटीएफ को जुलाई माह 2022 को यह पता चल चुका था कि अभियुक्त दीपक अक्सर चोरी छिपे हल्द्वानी आता जाता रहता है और उसके करीबी अक्सर उससे मिलने नेपाल भी आते जाते रहते हैं। इसके बाद एसटीएफ ने उसके करीबियों पर ध्यान केंद्रित कर दिया। पिछले कई माह की सुरागरसी के बाद आखिरकार रविवार को भारत नेपाल बॉर्डर स्थित बनबसा इलाके से दबोच लिया। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के चर्चित पत्रकार हत्याकांड के बाद वर्ष 2022 के नवंबर माह के आसपास एक वेब सीरीज भी बनी। जिसका नाम था द मर्डर ऑफ मुंबई जर्नलिस्ट जेडे। इसके बाद दीपक का नाम जरायम की दुनिया में आने लगा था।

 

मुंबई अमरावती जेल भेजा जाएगा दीपक

रुद्रपुर। महाराष्ट्र के पत्रकार की हत्या का सजायाफ्ता अभियुक्त दीपक को मुंबई ले जाने का जिम्मा अब महाराष्ट्र की क्राइम ब्रांच या फिर वहां की पुलिस के जिम्मे छोड़ दिया है। कारण पैरोल से फरार होने के बाद अभियुक्त दीपक अभी हल्द्वानी जेल की हवा खाएगा और फिर मुंबई पुलिस आरोपी को पुलिस कस्टडी वारंट के तहत दीपक को अमरावती जेल में शिफ्ट करेगी। मुंबई की अदालत ने ही दीपक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी और वह अमरावती जेल में बंद था। जिसको लेकर एसटीएफ ने मुंबई क्राइम ब्रांच को गिरफ्तारी की सूचना भेज दी है।

 

एसटीएफ सीओ व प्रभारी ने बनाई अचूक रणनीति

रुद्रपुर। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का करीबी रहने वाले दीपक सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ पिछले कुछ माह से काफी संजीदा थी। जैसे ही एसटीएफ को इनपुट मिला कि दीपक नेपाल से अक्सर हल्द्वानी आता है। वैसे ही एसटीएफ ने उसके करीबियों को चिह्नित किया और योजनाबद्ध तरीके से उसे दबोचने की तैयार की। शुक्रवार को एसटीएफ को खबर मिली चुकी थी कि अभियुक्त दीपक हल्द्वानी पहुंच चुका है। मगर एसटीएफ ने उसके वापस बॉर्डर तक जाने का इंतजार किया, क्योंकि वह हमेशा वेश बदलकर नेपाल जाता था और एसटीएफ के सीओ सुमित कुमार पांडेय और प्रभारी एसपी सिंह ने शनिवार को ही बनबसा में डेरा डाल दिया और रविवार की देर शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया।