मुरादाबाद : कालागढ़ डैम से रामगंगा नदी में छोड़ा गया 5000 क्यूसेक पानी, लोगों की चिंता बढ़ी

मुरादाबाद : कालागढ़ डैम से रामगंगा नदी में छोड़ा गया 5000 क्यूसेक पानी, लोगों की चिंता बढ़ी

मुरादाबाद। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से मैदानी नदियां पूरे ऊफान पर हैं। बारिश की वहज से कालागढ़ डैम का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। डैम पर बढ़े जलस्तर के मद्देनजर रामगंगा नदी पर बने कालागढ़ डैम से 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही कालागढ़ डैम के अधीक्षण अभियंता प्रवीण कुमार ने मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर और फर्रुखाबाद के जिलाधिकारियों को मेल भेजकर बाढ़ की चेतावनी दी है।

रामगंगा नदी में कालागढ़ डैम से 5000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से पानी खेतों में भर गया है। शहरी इलाकों की तरफ भी नदी का पानी बढ़ रहा है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। मुरादाबाद में किसान अपने खेतों पर जाने के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं।  किसानों का कहना है कि उनकी धान और सब्जियों की फसलें बाढ़ के पानी से बर्बाद हो गई हैं। इसी तरह से नदी का पानी बढ़ता रहा तो आबादी में पानी घुस जाएगा और लोगों को घरों में रहना भी मुश्किल हो जाएगा। 

जिला प्रशासन ने रामगंगा नदी के किनारे बसे गांवो में बाढ़ के पानी से लोगों को दूर रहने को कहा गया है और सावधानी बरती जा रही है। बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर लगातार निगरानी की जा रही हैं और सभी एसडीएम व राजस्व विभाग की टीमों को बाढ़ ग्रस्त गांवो पर नजर बनाए रखने को कहा गया है। किसी भी विपरीत परिस्थिति में लोगों की जान व माल की सुरक्षा के लिए टीमों को तैयार रखा गया है। किसान अपने खेतों पर नाव से जाकर पशुओं के लिए चारा काटकर ला रहे हैं और उन्हें चिंता सता रही है कि अगर बाढ़ का पानी और बढ़ गया तो फिर पशुओं के लिए चारा वह कहां से लाएंगे। 

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