बरेली: कांवड़ियों पर लाठीचार्ज...एडीजी ने साढ़े सात बजे सुबह SSP को बताया था अलर्ट रहो हो जाएगा दंगा, जानिए मामला
रिपोर्ट के बाद भी नहीं रही सक्रियता, पूरा बरेली जलने से एक बार बचा
1.jpg)
बरेली, अमृत विचार। जोगीनवादा में कांवड़ियों पर लाठीचार्ज करने की नौबत ही नहीं आती यदि एडीजी पीसी मीना का निर्देश मान लेते। खुफिया रिपोर्ट के आधार पर ही रविवार की सुबह 7:30 बजे के करीब एडीजी ने तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी को फोन कर बताया था कि अलर्ट रहो, दंगा हो जाएगा। बावजूद पुलिस-प्रशासन की टीमें अलर्ट नहीं हो पाईं। एलआईयू और इंटेलीजेंस की टीमों ने दो बार पुलिस-प्रशासन के उच्चाधिकारियों को अपनी रिपोर्ट भी सौंपी थी, जिसे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।
दूसरे समुदाय की महिलाओं के धरने पर बैठने के बाद मामला बिगड़ता गया। देखते ही देखते हजारों की संख्या में दूसरे समुदाय के लोगों की भीड़ जमा हो गई। हालात दंगे जैसे बनते चले गए। अगर पुलिस-प्रशासन की टीमें महिलाओं को धरने पर बैठने से रोक लेतीं तो शायद इतनी भीड़ जमा न हो पाती।
फायरिंग करने वालों पर जानलेवा हमले में रिपोर्ट
जोगीनवादा में कांवड़ियों के जत्थे में शामिल होकर चक महमूद निवासी हर्ष पंडित और नरकुलागंज निवासी आनंद वाल्मीकी ने फायरिंग कर दंगा कराने की कोशिश की थी। जिसके खिलाफ पुलिस ने बारादरी थाना में रिपोर्ट दर्ज की है। दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों कांवड़िए नहीं थे। वे सुबह से ही कांवड़ियों को भड़काने का काम कर रहे थे। दोनों ने जब देखा कि मामला शांत हो रहा है तो कट्टे से दो राउंड फायरिंग कर दी, जिसके बाद माहौल खराब हुआ और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। हालांकि वहां पुलिस की लापरवाही रही, इतनी भारी फोर्स होने के बाद भी दोनों आरोपी मौके से भागने में कामयाब हो गए।
धरने पर बैठने वाली 100 महिलाओं पर भी रिपोर्ट
दूसरे पक्ष को लोगों पर भी पुलिस ने 100 महिलाओं, बच्चों समेत पुरुषों पर रिपोर्ट दर्ज की है। इन सभी पर आरोप है कि सभी ने अधिकारियों के साथ बदसलूकी की। साथ ही अधिकारियों के साथ धक्कामुक्की कर सरकारी काम में बाधा डाली। पुलिस वीडियो के आधार पर सभी को चिह्नित कर रही है। जिसके बाद गिरफ्तारियों की जाएगी।
फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज की गई है। साथ ही धरने पर बैठने वाली महिलाओं समेत 100 लोगों पर भी रिपोर्ट दर्ज की गई है---राहुल भाटी, एसपी सिटी।
यह भी पढ़ें- बरेली: नीटू पर जानलेवा हमले में एफआर निरस्त, पिता-पुत्रों पर चलेगा केस