अयोध्या : रामपथ पर पदयात्रा कर सपा नेताओं ने देखा हाल, बोले - बुरी है स्थिति

अयोध्या : रामपथ पर पदयात्रा कर सपा नेताओं ने देखा हाल, बोले - बुरी है स्थिति

अयोध्या, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी महानगर कमेटी ने शनिवार को राम पथ पर पदयात्रा की। पदयात्रा के दौरान आम जनमानस से मिलकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुये। 
   
महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण  श्रीवास्तव ने कहा राम पथ के निर्माण में देरी से जनजीवन पूरा अस्तव्यस्त हो चुका है। सड़क धूल और गुबार से भरी है। दोनों तरफ गड्ढे खोदने की वजह से और बीच सड़क पर मिट्टी की चिकनाहट से बरसात में फिसलन होने की वजह से बच्चों को स्कूल आने जाने में बहुत परेशानी हो रही है। पाइप लाइन और केबल कटने की वजह से घरों में पानी और बिजली की समस्या बनी है। यहां का प्रशासन किसी को सुध लेने वाला नहीं है। 

महासचिव हामिद जाफर मीसम ने कहा राम पथ निर्माण में सड़क खोदने की वजह से जहां-जहां पाइप लाइन टूट गई है। जनमानस को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर गलियों में जो सड़के है जो मुख्य रामपथ मार्ग से जुड़ती है उनको बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

उपाध्यक्ष श्रीचंद यादव ने कहा प्रशासन और नगर निगम लापरवाह बना हुआ है। महानगर प्रवक्ता राकेश यादव एडवोकेट ने कहा व्यापारी और गरीब  मजदूर ठेले खोमचे वाले जो सड़कों के किनारे अपना जीवन यापन करते थे भुखमरी की कगार पर खड़े हैं। पदयात्रा में जिला अध्यक्ष महिला सभा सरोज यादव, जिला सचिव गौरव पांडे, अंसार अहमद बब्बन, प्रधान जगन्नाथ यादव, वीरेंद्र गौतम, जितेंद्र यादव, सूर्यभान यादव, राजेश कोरी आदि मौजूद रहे।

ये भी पढ़ें -शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही केंद्र व प्रदेश सरकार : संघ

ताजा समाचार

मलिहाबाद महिला हत्याकांड : भाई से फोन पर बात कर चिल्लाती रही महिला, सूचना के बाद भी पुलिस ने नहीं दिखायी सक्रियता
लखनऊ: दो दोस्तों की गला रेतकर हत्या, हत्यारों ने सड़क किनारे फेंका शव, डबल मर्डर से गांव में दहशत
मुरादाबाद : 50 बाइक सवारों के लाइसेंस व वाहनों के पंजीकरण हुए निलंबित
मुरादाबाद : 58 लाख के बकाये में सीएल गुप्ता वर्ल्ड स्कूल व निर्यात फर्म के बैंक खाते फ्रीज
कासगंज : पटियाली के हथौड़ा खेड़ा में मकान के विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट
मलिहाबाद महिला हत्याकांड : मुख्य आरोपी पुलिस एनकांउटर में ढ़ेर, एक लाख रुपये का था इनामिया हिस्ट्रीशीटर