बरेली: दूसरे समुदाय के युवक को मकान बेचने पर हंगामा, दोनों पक्ष पहुंचे कोतवाली

बरेली, अमृत विचार। शहर कोतवाली क्षेत्र में आज सुबह उस वक्त हंगामा शुरू हो गया, जब दरगाह आला हजरत के पास मकान में तोड़फोड़ करने पर हिंदू संगठनों ने घर में एक प्राचीन मंदिर बताकर विरोध शुरू कर दिया। हिंदू संगठनों का आरोप है कि संबंधित मकान का बैनामा जानकारी छिपाकर कराया गया है। मकान के नक्शे में एक पुराना मंदिर दर्शाया गया है, जिसमें मूर्तियां भी रखी हुई हैं।
आज सुबह जब खरीदार ने मकान में तोड़फोड़ की, तो इसकी सूचना मिलते ही हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने हंगामा करने के साथ ही मामले की जानकारी कैंट विधायक संजीव अग्रवाल को दी। इसके बाद विधायक भी मौके पर पहुंच गए।
दरअसल, शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सौदागरान में आला हजरत वाली गली में संदीप अपने परिवार के साथ रहते थे। जिन्होंने मकान दूसरे समुदाय के एक शख्स के हाथ बेच दिया। बताया जा रहा है इस मकान में एक प्राचीन मंदिर भी स्थित है। क्षेत्र वासियों के मुताबिक, इस जमीन और मंदिर का कोर्ट में मुकदमा विचाराधीन है, उसके बाद भी इसे तोड़ने की प्रक्रिया चल रही थी। जिसमें मंदिर का मेन गेट बंद था और पिछले गेट से घुसकर लेबर काम कर रही थी।
लोगों का आरोप है कि संदीप शर्मा जोकि इस जमीन और मंदिर के केयर टेकर हैं, उन्होंने इसे दूसरे समुदाय के व्यक्ति को बेच दिया। जबकि वो इस प्रॉपर्टी के वारिस ही नहीं हैं। वहीं जब सुबह यहां मजदूरों ने तोड़ फोड़ शुरू की तो लोग इकठ्ठा हो गए। जिसकी भनक लगते ही करणी सेना और आजाद हिंद सेना समेत तमाम हिंदू संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने प्राचीन मंदिर पर अवैध कब्जा और तोड़फोड़ का विरोध किया।
वहीं पुलिस को सूचना मिलते ही सीओ प्रथम श्वेता सिंह, कोतवाल हिमांशु निगम, बिहारीपुर चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंच गए। साथ ही पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली में बुलाकर वार्ता की। जहां हिंदू संगठनों ने मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। जिसके आधार पर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।
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