नये संसद भवन का उद्घाटन भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घड़ी: धनखड़

नये संसद भवन का उद्घाटन भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घड़ी: धनखड़

नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने रविवार को नये संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर अपने संदेश में कहा कि उम्मीद है कि नया भवन भविष्य की भावी चुनौतियों के बीच भारत का पथ प्रदर्शक बनेगा और साझा आकांक्षाओं को सार्थक तथा सशक्त दिशा देगा।

धनखड़ ने अपने संदेश में कहा, “भारतीय लोकतंत्र की अभूतपूर्व विकास यात्रा की इस महत्वपूर्ण ऐहितासहिक घड़ी और गौरव क्षण में पूरे देश को हार्दिक बधाई देते हुये मुझे अपार खुशी है। हमारा मौजूदा संसद भवन आजादी मिलने से आज दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में भारत की पहचान बनने तक की ऐहितिहासिक यात्रा का गवाह है।”

इस मौके राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने उप राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा जिसमें उपराष्ट्रपति ने कहा “ मुझे पूरा यकीन है कि इस अमृत काल के दौर में बना नया संसद भवन आगे भी हमारी तेज प्रगति का साझी रहेगा। आत्मनिर्भर भारत बनाने से लेकर जनता की मूलभूत सभी जरूरतों की पूर्ति तक देशवासियों को सशक्त बनाने से लेकर समग्र गरीबी उन्मूलन तक यह गौरवशाली भवन भावी दशको के दौरान अनेक ऐतिहासिक पलों का अध्याय लिखेगा।”

उन्होंने कहा “ नयी संसद हमारी शास्वत धाराओं का प्रतीक है। यह हमारी समृद्ध भारतीय वास्तुशिल्प परंपरा और सांस्कृतिक विरासत के साथ प्रगति विकास के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी हो सर्वाेत्तम तरीके से आत्मसात करने की हमारी क्षमता को भी प्रदर्शित करता है।

वैश्विक कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियां हमारी कर्मठ एवं प्रतिबद्ध श्रम शक्ति के अटल संकल्प को रोकने में विफल रही। यह भव्य देशज नयी संसद गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के हमारे राष्ट्रीय संकल्प का भी प्रतीक है।” उप राष्ट्रपति ने कहा “ मुझे बेहद खुशी है कि हमारी संसद का नया भवन , भारतीय मूल्याें संस्कारों का प्रकाश स्तंभ है।

इसमें हमारे देश की विविधता, देश के हर कोने से लाई गई कलाकृतियां तथा मूर्तियां हैं जो भारतीय कला एवं संस्कृति की श्रेष्ठतम प्रदर्शनी के रूप में इसकी भव्यता में चार चांद लगाती है। संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है। यह वर्तमान और भावी पीढ़ियों की आकांक्षाओं हसरतों की सुचारू पूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही सनातन परंपराओं तथा श्रेष्ठ लोकतांत्रिक मानकों के संरक्षक के रूप में भी काम करता है।”

उन्होंने कहा “ यह कहते हुये मुझे अपार खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जो आजादी के बाद जन्म लेने वाले हमारे मुल्क के पहले प्रधानमंत्री हैं, इस शानदार भवन का लोकार्पण कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि नया भवन भविष्य की भावी चुनौतियों के बीच भारत का पथ प्रदर्शक बनेगा। हमारी साझा उमंगों ,आकांक्षाओं और अभिलाषाओं को सार्थक और सशक्त दिशा देगा।”