Kannauj: ब्लॉक प्रमुख और प्रधान ने विरोध कर रुकवाया निर्माण कार्य, लगाया ये आरोप...समाज कल्याण मंत्री से शिकायत
कन्नौज, अमृत विचार। बिना काम और मनरेगा में अनियमित ढंग से भुगतान करने का प्रकरण खूब चर्चा में है। जनप्रतिनिधियों ने मिलकर अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को सदर ब्लॉक प्रमुख रामू कठेरिया व प्रधान कप्तान सिंह चौहान ने ठेकेदार से कहकर निर्माण कार्य बंद करा दिया। साथ ही मानक विहीन निर्माण सामग्री का प्रयोग करने का आरोप भी लगाया है। इसको लेकर आरईडी के जेई से नोकझोक भी हुई।
दरअसल, ब्लॉक सदर कन्नौज क्षेत्र की ग्राम पंचायत टिड़ियापुर के मजरा खुरदैया में करीब 12 लाख रुपये से आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण होना है। बाल विकास पुष्टाहार, मनरेगा समेत तीन विभाग मिलकर पूरा बजट देते हैं तब कहीं जाकर आंगनबाड़ी केंद्र बनता है। प्रधान का कहना है कि प्राथमिक स्कूल खुरदैया परिसर में केंद्र बनाया जाना है।
बिना काम किए ही साढ़े पांच लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया जबकि स्टॉक में कोई भी निर्माण सामग्री नहीं थी। मंगलवार को ब्लॉक प्रमुख के विरोध के बाद काम शुरू कराया गया। सेम ईंट, सूखा मसाला व कंकरीट की गुणवत्ता खराब बताकर ब्लॉक प्रमुख व प्रधान ने काम नहीं होने दिया। कहा, जांच के बाद ही कार्य हो सकेगा। उनका कहना है कि अगर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह इस्तीफा देंगे।
समाज कल्याण मंत्री से शिकायत
टिड़ियापुर प्रधान कप्तान सिंह चौहान ने समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण को मामले की शिकायत भेजी है। कहा है कि आपकी स्वीकृति पर ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्र का नव निर्माण होना है। कार्य शुरू होने से पहले ही 17 अक्टूबर को भुगतान कर दिया गया है। विरोध के बाद मंगलवार की रात में जेसीबी से नींव खुदाई करा दी गई और घटिया ईंटें भेजकर कार्य कराने का प्रयास हो रहा है। ब्लॉक प्रमुख, प्रधान व ग्रामीणों ने मिलकर ठेकेदार को काम करने से रोका है।
खुरदैया में जांच करने पहुंचे डीसी मनरेगा
मनरेगा के तहत भुगतान करने का मामला इन दिनों सुर्खियां बटोर रहा है। मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों के पास पहुंची है। बुधवार को सीडीओ राम कृपाल चौधरी ने जांच के लिए डीसी मनरेगा डीके यादव व बीडीओ सदर अमित सिंह को मौके पर भेजा।
उमर्दा, हसेरन पर आरोप लगाकर डीएम से शिकायत
कलेक्ट्रेट में एक सप्ताह पहले छिबरामऊ समेत अन्य ब्लॉक क्षेत्रों से कुछ प्रधान डीएम शुभ्रान्त शुक्ल से मिले थे। उन्होंने मनरेगा के तहत भुगतान में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच के लिए डीएम ने सीडीओ व डीसी मनरेगा को पत्र भेजा। कहा, जो भी दोषी है उस पर कार्रवाई की जाए। प्रधानों ने उमर्दा व हसेरन में मनरेगा के तहत भुगतान में मनमानी करने का आरोप लगाया। कहा, पुराने भुगतान तो लटका दिए गए लेकिन नए कर किए गए हैं। यह नियम विरुद्ध है।