बरेली: सपा विधायकों के क्षेत्र से पार्टी गायब, आंवला नगर पालिका में मंत्री धर्मपाल नहीं बचा पाए साख
बरेली, अमृत विचार। यूपी में नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने भले ही बड़ी कामयाबी हासिल की हो, लेकिन, कुछ ऐसी सीटें भी रहीं जहां सरकार के मंत्री अपनी साख बचाने में नाकाम रहे। इनमें बरेली की आंवला नगर पालिका भी है, जहां कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह काफी कोशिशों के बावजूद पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने में असफल रहे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगर निकाय चुनाव में यूपी के 17 नगर निगमों में क्लीन स्वीप किया है, तो वहीं 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायतों में पार्टी का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। मगर, बरेली की आंवला नगर पालिका में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह पार्टी की साख नहीं बचा पाए।
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल 5वीं बार आंवला से विधायक हैं। मगर, वह नगर पालिका चुनाव में पार्टी प्रत्याशी संजीव सक्सेना को जीत नहीं दिलवा पाए। यहां सपा प्रत्याशी पूर्व चेयरमैन सय्यद आबिद अली ने 788 वोटों से जीत दर्ज की। इससे पहले 2017 के निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संजीव सक्सेना ने चेयरमैन सय्यद आबिद अली को चुनाव में हराया था। इसके साथ ही उनकी विधानसभा की सिरौली नगर पंचायत में कांग्रेस प्रत्याशी मिर्जा चमन सकलैनी ने जीत दर्ज की है।
बिथरी चैनपुरा विधानसभा से भाजपा विधायक डॉक्टर राघवेंद्र शर्मा हैं। लेकिन, उनके क्षेत्र की ठिरिया निजावत खां में एमआईएमआई प्रत्याशी इमरान अली और विशारतगंज नगर पंचायत में बसपा के लाल कुरैशी ने जीत दर्ज की। फरीदपुर विधानसभा से भाजपा के दूसरी बार डॉक्टर श्याम बिहारी लाल विधायक बने हैं, तो वहीं एमएलसी कुंवर महराज सिंह भी यहां के हैं, लेकिन यहां की नगर पालिका फरीदपुर पर निर्दलीय शराफत सेठ और फतेहगंज पूर्वी नगर पंचायत में निर्दलीय संजय पाठक ने जीत दर्ज की।
इन दोनों निकाय में भाजपा का कब्जा था। नवाबगंज में भी भाजपा के विधायक डॉक्टर एमपी आर्य हैं, लेकिन नवाबगंज नगर पालिका पर भाजपा प्रत्याशी प्रेमलता राठौर ने जीत दर्ज की। इस निकाय पर बसपा की शहला ताहिर का कब्जा था, वह इस बार चुनाव नहीं लड़ी हैं, लेकिन सेंथल नगर पंचायत पर सपा के कंबर एजाज शानू ने जीत की हैट्रिक लगाई है।
एमएलए डॉ.डीसी वर्मा ने रचा इतिहास
बरेली की मीरगंज विधानसभा से भाजपा के डॉ. डीसी वर्मा विधायक हैं। उनकी विधानसभा की शाही नगर पंचायत पर भाजपा के वीरपाल मौर्य ने जीत दर्ज की। यहां पहली बार भाजपा जीती है। मीरगंज नगर पंचायत में कांग्रेस के इलियास अंसारी चेयरमैन थे। इस निकाय में भाजपा के योगेंद्र गुप्ता मुन्नू गुप्ता जीते हैं।
हालांकि, शीशगढ़ में सपा की नीलोफर और फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत में निर्दलीय इमराना ने जीत दर्ज की है। शहर विधानसभा से स्वतंत्र प्रभार मंत्री डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना विधायक हैं, तो वहीं कैंट भाजपा के संजीव अग्रवाल विधायक हैं। यहां से भाजपा के मेयर ने जीत दर्ज की है। लेकिन अधिकांश नगर निगम वार्ड में भाजपा चुनाव हारी है।
सपा विधायकों के क्षेत्र से पार्टी गायब
बरेली की भोजीपुरा विधानसभा से शहजिल इस्लाम तीसरी बार विधायक हैं, लेकिन उनकी शेरगढ़ नगर पंचायत से सपा प्रत्याशी की हार हुई। यहां से भाजपा के बुद्धसेन मौर्य ने एक बार फिर जीत दर्ज की। धौराटांडा नगर पंचायत में भाजपा के नदीमुल हसन ने पहली बार जीत हासिल की।
देवरानियां नगर पंचायत में निर्दलीय अलीम अंसारी और रिठौरा नगर पंचायत में भी निर्दलीय प्रत्याशी शकुंतला देवी दिवाकर ने जीत दर्ज की। भोजीपुरा की सभी 4 नगर पंचायतों में सपा की हार हुई। इसके साथ ही बहेड़ी विधानसभा से सपा के अताउर्रहमान तीसरी बार विधायक हैं। लेकिन, यहां बहेड़ी विधानसभा में भाजपा की रश्मि जयसवाल, फरीदपुर नगर पंचायत में भाजपा की धर्मा देवी और रीछा में निर्दलीय कैंसर जहां ने जीत दर्ज की। यहां पर भी सपा को जीत हासिल नहीं हुई।
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