अयान गुप्ता : दस साल की उम्र में दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर रचा इतिहास, तीन साल में चढ़ा आठ पायदान

नई दिल्ली। आपने लोगों को सीढ़ियां चढ़ते अक्सर देखा होगा, लोग अमूमन एक के बाद एक पायदान पर पांव रखते हैं या कई बार दो सीढ़ियां एक कदम में पार कर जाते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि किसी ने दूसरे के बाद सीधे दसवें पायदान पर कदम रख दिया हो। दस वर्ष के अयान गुप्ता ने ठीक ऐसा ही किया है।
ग्रेटर नोएडा में रहने वाले अयान गुप्ता ने यूपी बोर्ड में दसवीं की परीक्षा 77 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण की है। दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले और भी लाखों बच्चे होंगे, लेकिन यहां खास बात यह है कि अयान ने सिर्फ दस साल की उम्र में यह कारनामा अंजाम दिया है।
यूपी बोर्ड द्वारा हाल में 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणामों की घोषणा की। इनमें सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले बच्चों की तस्वीरें अखबारों में छपीं, लेकिन उनमें 10 वर्ष के अयान गुप्ता की तस्वीर भी थी, जिसके बारे में विशेष रूप से समाचार प्रकाशित किया गया और उनकी इस उपलब्धि की सराहना की गई।
वर्ष 2020 में अयान सात वर्ष के थे और ग्रेटर नोएडा के ग्रेटर वैली स्कूल में अपनी उम्र के बाकी बच्चों की तरह दूसरी कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। फिर अचानक कोरोना की मार पड़ी और लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हो गए। अयान के पिता मनोज कुमार गुप्ता सीए हैं।
उन्होंने बताया कि 2020 में जब लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हुए तो अयान ने घर बैठे-बैठे दूसरी कक्षा के पाठ्यक्रम के अलावा आगे की कक्षाओं की भी पढ़ाई कर ली।
अयान को इस तरह बड़ी कक्षाओं की पढ़ाई करते देख उनके मन में विचार आया कि अगर उन पर थोड़ी सी मेहनत की जाए तो वह अगली कई जमात उत्तीर्ण कर सकते हैं। गुप्ता को यह तो लगा था कि अयान पर मेहनत रंग लाएगी, लेकिन यह तो शायद उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि उनकी मेहनत इस कदर कमाल कर जाएगी कि अयान दूसरी कक्षा से सीधे दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेगा। मनोज गुप्ता का कहना कि उन्होंने अयान की ऑनलाइन कोचिंग शुरू करा दी।
अयान की विलक्षण प्रतिभा के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अयान को दसवीं की परीक्षा जरूर दिलाई गई, लेकिन उन्होंने दूसरी के बाद तीसरी और फिर उसके आगे की हर जमात की पढ़ाई की।
उनकी प्रगति को देखते हुए अयान को सातवीं, आठवीं और नौवीं की ‘होम क्लासेज’ दिलवाई गईं और जिस मुकाम तक दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले बाकी बच्चे आठ साल बाद पहुंचते, अयान वहां तीन साल में ही पहुंच गए। मनोज गुप्ता ने बताया कि कोरोना काल खत्म होने के बाद अयान को सीबीएसई स्कूल में नौवीं कक्षा में दाखिला दिलाने का प्रयास किया गया, लेकिन उसकी उम्र काफी कम होने के कारण किसी भी सीबीएसई स्कूल में अयान को दाखिला नहीं मिला।
इसके बाद अयान का बुलंदशहर के शिवकुमार अग्रवाल जनता इंटर कॉलेज में 2022 में दसवीं कक्षा में दाखिला कराया गया। अपनी इस सफलता और लोगों से मिली शाबाशी से बेहद उत्साहित अयान ने बताया कि 2020 में लॉकडाउन के दौरान वह अपनी किताबें पढते-पढ़ते ऊब गए तो उन्होंने आगे की कक्षाओं की पढ़ाई शुरू कर दी।
इसमें उन्हें मजा आने लगा। हालांकि हिन्दी की पढ़ाई उन्हें बाकी विषयों के मुकाबले थोड़ी ज्यादा मुश्किल लगी, लिहाजा उन्होंने इस पर खास ध्यान दिया और बहुत मेहनत की। वैसे वह मानते हैं कि दसवीं की परीक्षा देते हुए वह कुछ डरे हुए थे। अयान ने बताया कि घर में पढ़ाई करते हुए उनकी मां सविता गुप्ता ही उनकी शिक्षक और मार्गदर्शक थीं। बोर्ड परीक्षा की तैयारी में उनकी मां ने उनकी बहुत सहायता की।
यान इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और इसकी उनका अगला लक्ष्य इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा पास करना है। अयान को दसवीं की परीक्षा में हिंदी में 73, अंग्रेजी में 74, गणित में 82, विज्ञान में 83 और सामाजिक विज्ञान में 78 के अलावा कंप्यूटर में 70 अंक हासिल हुए। उनकी अंकतालिका उन बहुत से लोगों को सिर धुनने पर मजबूर कर रही है, जो यह मानते हैं कि बड़ी कक्षा की परीक्षा देने के लिए एक खास उम्र होना जरूरी होता है।
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