हल्द्वानी: हर घर नल से जल योजना में 133 गांवों में केवल 10 गांवों को मिला पानी

142 करोड़ रुपए की राशि से हो रहा है योजना पर काम

हल्द्वानी: हर घर नल से जल योजना में 133 गांवों में केवल 10 गांवों को मिला पानी

हल्द्वानी के 13 हजार से अधिक घरों में से 10 हजार घरों में  कनेक्शन दिए लेकिन अधिकांश में नहीं पहुंचा पानी हल्द्वानी की केवल 2.5 हजार और कोटाबाग की 1.5 हजार की आबादी अभी तक लाभान्वित

हल्द्वानी, अमृत विचार। केंद्र सरकार ने साल 2019 में हर घर नल से जल योजना की शुरुआत देश के बहुत से ऐसे ग्रामीण इलाकों में स्वच्छ पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए की जहां आज भी लोगों के घरों या नजदीकी इलाको में पीने के पानी का श्रोत उपलब्ध न होने से उन्हें दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है।

इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ने वर्ष 2022-2023 तक देश के 3.8 करोड़ परिवारों को स्वच्छ जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा था, जिसे बाद में  बढ़ाकर 2024 किया गया, जिसके लिए सरकार ने 60 हजार करोड़ रूपये का बजट आवंटित किया।

हर घर नल से जल योजना के अंतर्गत जल संस्थान के हल्द्वानी डिवीजन में 133 गांवों  के 17 हजार से अधिक घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य है। जिसमें हल्द्वानी के 59 और कोटाबाग के 74 गांव शामिल हैं। हल्द्वानी में 77 करोड़ रुपए और कोटाबाग में 65 करोड़ रुपए के बजट से योजनाओं पर काम चल रहा है।

2019 से शुरू हुई इस योजना में जल संस्थान ने हल्द्वानी के 13 हजार घरों में से 10 हजार घरों को कनेक्शन तो बांट दिए लेकिन इनमें से अधिकांश घरों में अभी तक पानी नहीं पहुंच पाया है। हल्द्वानी के 59 गांवों में अभी तक केवल मीठा आंवला, चौंसला, फतेहपुर, नाथूपुर पाडली की लगभग 2.5 हजार की आबादी और कोटाबाग के 74 गांवों में अमतोली, देवीपुरा, बोहरापुर, बासी, स्यात, नयापांडेगांव, कलियापांडेगांव और पातली की लगभग 1.5 हजार की आबादी को ही इस योजना का लाभ मिला है।  

142 करोड़ के बजट से इस परियोजना पर काम चल रहा है। परियोजना को दो इकाईयों में बांटा गया है एकल ग्राम योजना जिसमें एक पेयजल लाइन से केवल एक गांव को कनेक्शन बांटे जा रहे हैं और बहुल ग्राम योजना जिसमें एक लाइन से एक से अधिक गांवों को कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। 28 एकल ग्राम योजनाओं में 13 पंपिंग और 15 स्त्रोत आधारित योजनाएं और बहुल ग्राम योजनाओं में 24 पंपिंग और 7 स्त्रोत आधारित योजनाएं हैं।