शहर के 6 रुटों पर 21 जून से दौड़ेंगी सिटी बसें, आरटीए बैठक में मिली अनुमति
On

हल्द्वानी, अमृत विचार: शहर के 6 प्रमुख रुटों पर 168 किमी. के दायरे में 21 जून से सिटी बसें दौड़ेंगी। ये बसें इको फ्रेंडली होंगी। शुरुआती चरण में 20 से 25 बसें चलाई जाने की योजना है। इसके साथ ही कैंची धाम, भीमताल और नैनीताल सहित अन्य रुटों पर भी बसें चलाई जाएंगी। ये बसें 20 से 24 सीटर होंगी, जिससे शहर की सड़कों के अनुसार आसानी से इनका संचालन किया जाएगा।
काठगोदाम स्थित सर्किट हाऊस में मंगलवार को आरटीए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक हुई। जिसमें सिटी बसों के साथ ही नई बसों के परमिट दिए जाने, नए रुटों पर बसें चलाने के लिए सर्वे किये जाने आदि प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आवेदनकर्ताओं को बसें खरीदने और प्रक्रिया पूरी करने के लिए लगभग तीन माह का समय दिया जाएगा और 21 जून से बसों का संचालन शुरू करने को कहा गया है। बसों में महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन, जीपीएस, इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड आदि सुविधाएं दी जाएंगी। गर्मियों में बसों का संचालन सुबह 6:30 बजे से रात 8:30 बजे तक और सर्दियों में सुबह 8 बजे से रात 8:30 बजे तक किया जाएगा।
बैठक में बसों को दिव्यांग और बुर्जुगों के सहूलियत के अनुसार डिजाइन किये जाने पर भी जोर दिया गया है। मंडलायुक्त दीपक रावत ने कहा कि सिटी बसों के संचालन से बढ़ते ट्रैफिक को नियंत्रित करने के साथ ही नई बसें भी उपलब्ध होंगी। कहा कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि सभी बसें पर्यावरण के अनुकूल सीएनजी या बीएसवीआई पर आधारित होंगी, जिससे प्रदूषण भी नियंत्रित हो सके। कहा कि इसका एक उद्देश्य हल्द्वानी को एक क्लीन और ग्रीन शहर के रूप में विकसित करना है।
बैठक में नैनीताल शहर में ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर भी चर्चा की गई। नैनीताल शहर के मौजूदा वन-वे सिस्टम के अनुरूप सिटी बसों के संचालन की योजना बनाई जा रही है। इस दौरान आरटीओ संदीप सैनी ने 9 जनवरी के बाद जारी किए गए नए परमिटों की समीक्षा भी की। पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्रों में 35 रूटों में बस संचालन की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर स्वीकृति दी गई। आबादी क्षेत्रों में जो सामग्री के गोदाम हैं, वहां जाम की स्थिति बनी रहती है। उन क्षेत्रों में माल ढुलाई के लिए भारी वाहनों के परमिट न दिये जाएं। मंडलायुक्त ने इसके लिए पुलिस और परिवहन विभाग को नियमित चेकिंग कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में वाहनों में ओवरलोडिंग बर्दाश्त नही की जायेगी। बैठक में आरटीओ संदीप सैनी, गुरदेव सिंह, मनोनीत सदस्य विनोद मेहरा, सूरज प्रकाश तिवारी सहित रोडवेज, केमू एवं निजी बस एसोशिएसन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कैंचीधाम रुट पर 13 केमू व 12 निजी बसों के संचालन की अनुमति
कैंचीधाम मंदिर के लिए हल्द्वानी से नई शटल बसों का संचालन शीघ्र किया जायेगा इसके लिए 25 वाहनों की अनुमति दे दी गई है। वर्तमान में यहां केवल 6 शटल बसों का संचालन किया जा रहा है। रोडवेज, केमू और निजी बस संचालकों की ओर से जिन रूटों पर वाहनों के संचालन के लिए आवेदन किया गया था, उन स्थानों के लिए सर्वे रिपोर्ट की स्वीकृति के आधार पर मंडलायुक्त ने बसों के संचालन की अनुमति दे दी है।
रंग एक समान, अलग-अलग रुट संख्या से जानी जाएंगी बसें
दिल्ली और अन्य महानगरों की तर्ज पर हल्द्वानी में चलाए जाने वाली सिटी बसों का रंग एक समान होगा, लेकिन बसों को रुट संख्या के नाम से जाना जाएगा। जिससे यात्रियों के लिए अपने रुट की बसों की पहचान करना आसान होगा। बसों का संचालन शुरू होने से शहर की यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। शहर में बड़ी संख्या में चलने वाले ऑटोरिक्शा और ई-रिक्शा की संख्या में भी काफी गिरावट आएगी।
इन रुटों पर चलाई जाएंगी बसें
रूट नंबर- एक (दूरी 45.60 किमी) -रानीबाग से रोडवेज बस स्टैंड, स्टेडियम रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, ब्लॉक, फतेहपुर, लामाचौड़, भाखड़ा, कठघरिया, चौफुला चौराहा, चंबलपुल, पनचक्की, हाइडिल गेट से वापस रानीबाग।
रूट नंबर- दो (33.60 किमी)-बस स्टेशन से मंगलपड़ाव, गांधी स्कूल, तीनपानी, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी, टीपीनगर, देवलचौर, पंचायत घर, पाल कॉलेज, कुसुमखेड़ा, लालडांठ, पनचक्की, मुखानी, कालाढूंगी चौराहे से वापस बस स्टेशन।
रूट नंबर- तीन (33.60 किमी)-बस स्टेशन से काठगोदाम रेलवे स्टेशन, सर्किट हाउस, स्टेडियम, तीनपानी, गोरा पड़ाव, गन्ना सेंटर, टीपीनगर, एसटीएच, धान मिल, पीलीकोठी, मुखानी, कालाढूंगी चौराहे से वापस बस स्टैंड।
रूट नंबर- चार (12.20 किमी)- बस स्टेशन से सिंधी चौराहा, रामपुर रोड, देवलचौड़, बिड़ला स्कूल, गैस गोदाम रोड, सेंट्रल अस्पताल से मुखानी से कालाढूंगी चौराहा होकर वापस बस स्टैंड।
रूट नंबर- पांच (18.80 किमी)-बस स्टेशन से दुर्गा सिटी सेंटर, नवाबी रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, कमलुवागांजा, लामाचौड़, भाखड़ा
रूट नंबर- छह (21.60 किमी)-बस स्टेशन से स्टेडियम रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, ऊंचापुल, कमलुवागांजा, मुखानी होकर वापस बस स्टैंड
107 परमिट सरेंडर, केमू नहीं दे रहा नए ऑपरेटरों को रुट पर चलने की अनुमति
बैठक में बस संचालकों ने आरोप लगाया कि केमू के 107 परमिट सरेंडर हैं। लेकिन वह इसके बाद भी नई बसों के संचालन की अनुमति दे रहा है। साथ ही उन्होंने मुक्तेश्वर सहित कुछ खास रुटों पर एक ही ऑपरेटर की बसों को चलाए जाने का आरोप लगाया। कहा कि केमू उन पर यूनियन के रुट पर चलने के लिए 5 लाख रुपये का भुगतान करने का नियम थोप रहा है। इस पर मंडलायुक्त ने केमू से अगली बैठक तक सरेंडर किये गए परमिट का पूरा ब्यौरा देने के निर्देश दिए।