बरेली: दो करोड़ की स्मैक बरामद, 27 लाख लेकर फरीदपुर के बड़े व्यापारी के बेटे को छोड़ा
कटरा थाने के एक इंस्पेक्टर और दरोगा पर हो सकती है कार्रवाई, बरेली में तैनात रहा है इंस्पेक्टर
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बरेली, अमृत विचार। शाहजहांपुर के थाना कटरा की पुलिस फरीदपुर से चार स्मैक तस्करों को उठा ले गई, लेकिन इनमें शामिल फरीदपुर के एक जाने-माने व्यापारी के बेटे 27 लाख की रिश्वत लेकर छोड़ दिया। बाकी तीन तस्करों को करीब दो करोड़ की स्मैक बरामद करने के गुडवर्क का ढोल पीटते हुए जेल भेज दिया गया। मामला जानकारी में आने के बाद आईजी डॉ. राकेश सिंह ने जांच का आदेश दे दिया है। कटरा थाने के एक इंस्पेक्टर और दरोगा पर कार्रवाई होने के आसार हैं। इंस्पेक्टर बरेली में भी तैनात रह चुका है। पूरे मामले में बरेली के भी एक बड़े अफसर का नाम उछला है, जिस पर पहले भी स्मैक तस्करों से सौदेबाजी के आरोप लग चुके हैं।
कटरा थाने पुलिस ने बुधवार को फरीदपुर से कस्बे के ही आरिस खां, फतेहगंज पूर्वी निवासी जीतेश कुमार और फरीदपुर के अर्जुन पाल समेत चार तस्करों को 500 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। हालांकि लिखापढ़ी में इनकी गिरफ्तारी शाहजहांपुर में रोडवेज बस अड्डे के पास से होनी दिखाई थी। कटरा पुलिस ने दावा किया था कि पकड़े गए स्मैक तस्कर हाईवे पर एक ढाबे के पास स्मैक की पुड़ियाें की सप्लाई करते थे। तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक चौथा स्मैक तस्कर फरीदपुर इलाके के ही एक माने-जाने व्यापारी का बेटा था। कटरा थाने के इंस्पेक्टर और दरोगा पहले तो उसे सख्त कार्रवाई के लिए धमकाते रहे। यह पता लगने के बाद कि वह बड़े व्यापारी का बेटा है, सौदेबाजी का खेल शुरू हुआ। इसमें बरेली के एक बड़े अफसर ने भी मध्यस्थता की। सौदे की बात की शुरुआत 50 लाख रुपये से हुई, व्यापारी की तरफ से 10 लाख रुपये का ऑफर किया गया। तीन घंटे की बातचीत के बाद 27 लाख रुपये लेकर इंस्पेक्टर और दरोगा ने उसे छोड़ दिया।
बरेली में भी लंबी तैनाती के दौरान विवादित रहा है इंस्पेक्टर
फरीदपुर के व्यापारी के बेटे को रिश्वत लेकर छोड़ने वाला इंस्पेक्टर बरेली में लंबे समय तक तैनात रहा है। यहां भी उसका कार्यकाल काफी विवादित रहा और अपराधियों से साठगांठ के आरोप भी लगते रहे। बताया जा रहा है कि इसी कारण उसे बरेली के स्मैक तस्करों से लेकर उनके पारिवारिक स्थिति का भी पता है। इसी का फायदा उठाकर उसने यह बड़ा खेल किया। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर का परिवार भी अब भी बरेली में ही रहता है।
बरेली के अफसर ने आसपास के कैमरों की सीडीआर भी निकलवा दी
व्यापारी के बेटे को स्मैक तस्करी के मामले में इंस्पेक्टर ने जहां से उठाया, उस एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरों के सीडीआर तक निकलवा ली और साथ ले गया। सीडीआर निकालने में भी बरेली के अधिकारी ने उसकी मदद की। इंस्पेक्टर को डर था कि कहीं वह सीसीटीवी कैमरों में कैद न हो जाएं, और उनके इस पूरे खेल का भंडाफोड़ हो जाए। हालांकि इसके बावजूद मामला पुलिस उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया और जांच शुरू हो गई।
शाहजहांपुर पुलिस ने बरेली के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था जिनमें एक को रिश्वत लेकर छोड़ने का आरोप लगा है। इस मामले की जांच के लिए बैठा दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी- डॉ. राकेश सिंह, आईजी रेंज बरेली।
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