गाजियाबाद: कोरोना काल में भेजी गई करोड़ों की दवाइयां हुईं एक्सपायर

गाजियाबाद: कोरोना काल में भेजी गई करोड़ों की दवाइयां हुईं एक्सपायर

गाजियाबाद। यूपी के गजियाबाद जिले में स्वास्थ विभाग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां कोरोना काल में भेजी गईं 89 जीवन रक्षक दवाइयां ड्रग वेयरहाउस में ही एक्सपायर हो गईं। इन दवाइयों की कीमत करोड़ों रुपए बताई गई है। जानकारी के मुताबिक शासन ने 2019 में कोरोना महामारी फैलने से पहले ही बड़ी मात्रा में जीवन रक्षक दवाइयों को बुलंदशहर रोड स्थित स्वास्थ्य विभाग के ड्रग वेयरहाउस में भेजा था। 

कोरोना काल में केवल कोविड की दवाइयों की खपत रही, बाकी दवाइयां बिना उपयोग के ड्रग वेयरहाउस में ही रखी हुई एक्सपायर हो गईं। इन दवाइयों की एक्सपायरी को लेकर कई बार यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन दवाइयों का निस्तारण नहीं हो पाया। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि एक्सपायर दवाइयों में वे भी बड़ी मात्रा में हैं, जिन्हें लखनऊ प्रयोगशाला ने जांच में फेल पाया है।

यह दवाएं हो गई एक्सपायर
एमोक्सीक्लेव सिरप और टैबलेट, प्रोमिथैज़ीन, रैनिटीडीन, रेमिप्रिल 5 एमजी, ऑन्डेस्टान 4 एमजी, लैक्टो कैलामाइन लोशन, सिप्लेक्टिन, एजिथ्रोमाइसिन, ओसेल्टामिविर सिरप, अमोक्सिसिलिन सिरप, प्रेडनीसोलन टैबलेट, सिप्रोफ्लोक्सासिन इंजेक्शन, क्लोबाज़ैम टैबलेट, जेंटामाइसिन आई ड्रॉप्स, मिकोनाजोल क्रीम, पेरासिटामोल, एजिथ्रोमाइसिन, फ्लू गार्ड, विटामिन सी, जिंक, बी कांपलेक्स समेत 89 तरह की दवाइयां एक्सपायर होने के बाद निस्तारण के लिए ड्रग वेयरहाउस में पड़ी हैं। ड्रग वेयर हाउस के चीफ फार्मासिस्ट हुकुम सिंह राना अधिकारियों की स्वीकृति के लिए दवा निस्तारण को लेकर कई पत्र शासन को भेज चुके हैं। वहीं सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने कहा कि एक्सपायर दवाओं का नियमों के अनुसार निस्तारण किया जाता है। समिति की स्वीकृति पर बायो वेस्ट के तहत दवाओं का निस्तारण किया जाएगा। शासन से गाइडलाइन का इंतजार है।

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