त्रिपुरा में 16 फरवरी, मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान
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नई दिल्ली। त्रिपुरा में 16 फरवरी, मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। बुधवार को निर्वाचन आयोग ने घोषणा की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि त्रिपुरा चुनाव के लिए मतदान 16 फरवरी को होंगे और 2 मार्च को मतगणना होगी।
Schedule for Bye-Elections to fill 7 vacancies in PC/AC till now#ECI pic.twitter.com/Ol3IH2UjYn
— Election Commission of India #SVEEP (@ECISVEEP) January 18, 2023
त्रिपुरा चुनाव के लिए अधिसूचना 21 जनवरी को जारी होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 30 जनवरी है। मेघालय और नागालैंड चुनाव के लिए मतदान 27 फरवरी को होंगे और 2 मार्च को मतगणना होगी।
Schedule for GE to the Legislative Assemblies of Meghalaya, Nagaland & Tripura.#AssemblyElections2023 #ECI pic.twitter.com/nZLJtADBMz
— Election Commission of India #SVEEP (@ECISVEEP) January 18, 2023
नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में संयुक्त रूप से 62.8 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 31.47 लाख और विकलांग मतदाताओं की संख्या 31,700 शामिल हैं। पहली बार 3 राज्यों में चुनाव में 1.76 लाख से अधिक मतदाता होंगे।
नागालैंड विधानसभा का कार्यकाल 12 मार्च, मेघालय विधानसभा का 15 मार्च और त्रिपुरा विधानसभा का कार्यकाल 22 मार्च को समाप्त हो रहा है। ऐसे में तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. 2018 में तीनों राज्यों में 2 चरणों में चुनाव हुआ था। पहले चरण में 18 फरवरी को त्रिपुरा में, तो दूसरे चरण में 27 फरवरी को मेघालय और नागालैंड में वोटिंग हुई थी. 3 मार्च 2018 को नतीजे आए थे।
त्रिपुरा में जहां बीजेपी की सरकार है, तो वहीं मेघालय और नागालैंड में बीजेपी सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है। तीनों राज्यों में पिछले साल फरवरी में ही वोटिंग हुई थी। तीनों राज्यों में 60 विधानसभा सीटें हैं। ऐसे में सरकार बनाने के लिए बहुमत के लिए 31 का आंकड़ा चाहिए।
नागालैंड में 2315, मेघालय में 3482 और त्रिपुरा में 3328 बूथ हैं। स्कूलों में बने सभी बूथ पर टॉयलेट्स, बिजली, बैठने के लिए कुर्सी टेबल फर्नीचर बनाए जाएंगे। आयोग उनका इंतजाम कर फिर उन्हीं स्कूलों को तोहफे के तौर पर दे देगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि वोटर लिस्ट पब्लिश हो गई हैं। तीनों राज्यों में महिला वोटरों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने बताया कि नगालैंड में 2,315, मेघालय में 3,482 और त्रिपुरा में 3,328 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. 50% पोलिंग बूथ पर वेब कास्टिंग की जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि तीनों राज्यों का चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दौरा किया था। इस दौरान वहां के प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने फीडबैक दिया। कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां चुनाव के बाद और पहले हिंसा की घटनाएं देखने को मिलती हैं। हाल ही में दो राज्यों में चुनाव हुए हैं, वहां ऐसी कोई हिंसा चुनाव के दौरान नहीं हुई। राजीव कुमार ने कहा, लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। हमें उम्मीद है कि इन चुनाव में भी हिंसा देखने को नहीं मिलेगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, यह साल की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव से संबंधित पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस है। इस साल और चुनाव होंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस होती रहेंगी। राजीव कुमार ने बताया कि नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में क्रमश: 12 मार्च, 15 मार्च और 22 मार्च को विधानसभा चुनाव का कार्यकाल खत्म हो रहा है। तीनों राज्यों में 60-60 सीटें हैं। इन तीनों राज्यों में महिलाओं की वोटिंग में भागीदारी ज्यादा रही है।
कहां कितनी सीटें, बहुमत के लिए क्या आंकड़ा
त्रिपुरा : कुल सीटें- 60, बहुमत- 31
मेघालय : कुल सीटें-60, बहुमत- 31
नागालैंड : कुल सीटें- 60, बहुमत- 31
नागालैंड
नागालैंड में NDPP और भाजपा गठबंधन की सरकार है. यहां 2018 से पहले नगा पीपुल्स फ्रंट सत्ता (NPF) में था, लेकिन चुनाव से पहले NPF दो गुटों में बंट गई। राज्य के मुख्यमंत्री रहे नेफ्यू रियो ने बागी नेताओं के साथ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) बनाई थी। NDPP को 18 तो भाजपा को 12 सीटों पर जीत मिली। नेफ्यू रियो राज्य के मुख्यमंत्री बने. NDPP के सत्ता में आने के बाद NPF के तमाम विधायक गठबंधन में शामिल हो गए।
मेघालय
2018 में मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी और भाजपा गठबंधन की सरकार बनी थी। हालांकि, चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन एनपीपी ने बीजेपी और अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। एनपीपी के कोनराड संगमा मेघालय के मुख्यमंत्री हैं।
कहां किसकी सरकार?
बीजेपी ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 25 सालों के वाम किले को ढहा दिया था। बीजेपी ने यहां 35 सीटों पर जीत हासिल की थीं। वहीं, गठबंधन में उसकी सहयोगी स्वदेशी पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) 8 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही। इस प्रकार बीजेपी गठबंधन ने 59 सीटों में से 43 सीटों पर विजय हासिल की थी। वहीं, सीपीआई (एम) को 16 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने बिप्लब देब को मुख्यमंत्री बनाया था। 2022 में भाजपा ने उनकी जगह माणिक साह को राज्य की कमान सौंपी है।
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