गोंडा: इन्वेस्टर्स एवं निर्यातक शिखर सम्मेलन में 3000 करोड़ के निवेश पर बनी सहमति
38 निवेशकों ने उद्यम स्थापित कर रोजगार उपलब्ध कराने पर जताई सहमति

अमृत विचार, नवाबगंज, गोंडा। सरयू घाट क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाईवे अयोध्या-बस्ती मार्ग स्थित रायल हेरटिज होटल में मंगलवार को इन्वेस्टर्स एवं निर्यातक शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। शिखर सम्मेलन का मुख्य अतिथि सदर विधायक प्रतीक भूषण शरण सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस मौके पर 38 इन्वेस्टर्स एवं निर्यातकों ने औद्योगिक क्षेत्र के विकास कार्यों एवं युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा।
सम्मेलन में प्रदेश भर के 38 निवेशकों ने सम्मिलित होकर जनपद गोंडा के अयोध्या परिक्षेत्र मे 3000 करोड़ से अधिक के निवेश के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी, जबकि जिले को शासन की तरफ से 300 करोड़ का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के भरपूर सहयोग से प्रदेश भर के उद्यमी एवं निवेशकों द्वारा 3000 करोड़ से अधिक निवेश कर जनपद को विकास एवं रोजगार की श्रेणी में नया कीर्तिमान स्थापित करने में विशेष सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
जिला औधोगिक केन्द्र के अपर सांख्यिकी अधिकारी एचपी मौर्या ने निर्यातक शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में उद्योग स्थापित करने के लिए लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि क्षेत्र में उधोग स्थापित होने से उत्तर प्रदेश को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे तथा विकास होगा। उधोग स्थापित करने में पूर्ण रूप सहयोग किया जाएगा। ताकि जिले में अधिक से अधिक निवेश किया जा सके। इंडियन बैंक के एजीएम हेमंत मिश्रा ने बताया कि निवेश करने वाली कंपनियों एवं फर्मों को उधोग स्थापित करने के लिए धन को लेकर किसी प्रकार से कोई परेशानी नहीं होगी। पूर्ण रूप से कंपनियों एवं फर्मों का सहयोग किया जाएगा। निवेशकों को लोन संबंधित निदान किया जायेगा, जिससे उधम स्थापना में पूंजी की कमी न होने पाए।
मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि जनपद में निवेशकों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा होती है तो उच्च अधिकारियों से संपर्क कर समस्या का निदान कराया जाएगा। निवेशकों का जनपद के स्वर्णिम विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य जनपद गोंडा क्षेत्र का समग्र विकास एवं लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना है। उपनिदेशक कृषि ने बताया कि किसानों की आय में 10 गुना से अधिक गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के साथ लघु एवं सीमांत क्षेत्र के किसानों को प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध कराने में कृषि निर्यात नीति के अंतर्गत कोल्ड स्टोरेज, राइस मिल में निवेश कर किसानों को अत्याधिक सुविधाओं से सुसज्जित कर आमदनी बढ़ाना होगा। जिससे कि जिले के अधिक से अधिक किसान जो गाँव में निवास करते हैं। उनका विकास हो।
अध्यक्ष लघु उद्योग दीपक अग्रवाल ने कहा कि इन्वेस्टमेंट समिति बीते बर्ष 2018 से ही प्रारंभ हो चुकी है। केंद्र एवं प्रदेश सरकार की उत्तम सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण विदेशी कंपनियां उत्तर प्रदेश में आने के लिए उत्साहित हैं। बैंकिंग सुविधाओं में इजाफा हुआ है। डीसी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राम मिलन ने उद्यमियों को निवेश के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह करते हुए राममिलन ने बताया कि उद्यमियों को निवेश करने के लिए सरलता प्रदान करनी चाहिए। जनपद में पेंडिंग पड़े दो स्टील फर्नीचर प्लांट को भी जल्द से जल्द प्रारंभ कराया जाएगा। इनके अतिरिक्त सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग के अन्य निवेशक भी निवेश करके युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर जनपद को विकास की श्रेणी में किया जायेगा।
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