मेरठ में मुस्कान ने पति को मारा, अब बदायूं में पति ने की मुस्कान की हत्या...जानिए मामला

अल्लापुर भोगी निवासी प्रधान पति रिजवान ने शादीशुदा होने की बात छिपाकर मुस्कान से किया था निकाह
बदायूं : मेरठ में प्रेमी की मदद से पति की हत्या करने वाली मुस्कान का मामला सुर्खियों में है। जिसने पति के टुकड़े करके ड्रम में रखा था। बदायूं में दूसरी मुस्कान का मामला सामने आया है। प्रधान पति ने उससे निकाह किया और हत्या करके शव जमीन में पांच फिट नीचे दबा दिया। पुलिस ने शव बरामद किया। तीन हत्यारोपियों को जेल भेजा है।
दातागंज कोतवाली क्षेत्र के गांव हासिमपुर निवासी नूर हसन ने सिविल लाइन पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उझानी क्षेत्र के गांव अल्लापुर भोगी की प्रधान के पति रिजवान पुत्र जान मोहम्मद ने पहले से शादीशुदा होने की बात छिपाकर उनकी भांजी मुस्कान के साथ चार साल पहले निकाह कर लिया था। मुस्कान के माता-पिता नहीं हैं। वह मेला, शादी समारोह में डांस करती थी। मुस्कान का एक तीन साल का बेटा भी है। वह पहली पत्नी के कहने पर मुस्कान से मारपीट करता है। 19 फरवरी की रात 9 बजे मुस्कान को कहीं गायब कर दिया है। पुलिस ने 28 फरवरी को आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। डिपो चौकी इंचार्ज राहुल कुमार विवेचना कर रहे थे। जिसके बाद विवेचना उपनिरीक्षक चमन गिरि को सौंपी गई। जांच के दौरान रिजवान के अलावा उझानी के गांव नरऊ निवास रामौतार पुत्र जानकी प्रसाद व राधेश्याम उर्फ हलवाई पुत्र होरी लाल के नाम सामने आए। पुलिस ने तीनों को शेखूपुर मार्ग स्थित गांव मीरा सराय की ज्यारत तिराहे से हिरासत में लिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने गुनाह कबूल किया। उझानी क्षेत्र के गांव नरऊ के पास गेहूं के खेत किनारे जेसीबी से खोदाई कराई। आरोपियों ने फावड़ा चलाया। जमीन में लगभग पांच फिट नीचे से शव बरामद कर लिया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव, सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय ने प्रेस वार्ता करके घटना की जानकारी दी। आरोपियों को जेल भेजा। सिविल लाइन के प्रभारी निरीक्षक आगे की जांच करेंगे। मुख्य आरोपी रिजवान पर पहले भी बलवा, धमकाने, मारपीट, जान से मारने के प्रयास, चुनाव में अनुचित प्रभाव डालने आदि की रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं।
10 हजार देता था प्रधान पति, मुस्कान मांग रही थी 40 हजार
पुलिस की पूछताछ में रिजवान ने बताया कि चार साल पहले मुस्कान से उसकी मुलाकात हुई थी। नजदीकियां प्यार में बदल गईं। मुस्कान के माता-पिता का कई साल पहले इंतकाल हो गया था। इसी बीच मुस्कान का बेटा हो गया। वह रिजवान से साथ रहने का दवाब बनाने लगी। उसने मुस्कान को 10 हजार रुपये महीना देना शुरू कर दिया लेकिन वह इससे खुश नहीं थी और 40 हजार रुपये महीना मांग रही थी। रिजवान ने अपने दोस्त रामौतार को यह बताई थी। रामौतार ने अपने परिचित राधेश्याम से चर्चा की। तीनों ने योजना तैयार की। रिजवान ने उन दोनों को 70-70 हजार रुपये में तैयार करके मुस्कान को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। 19 फरवरी की शाम रिजवान स्कूटी से गांव गालम पट्टी आया। मुस्कान को स्कूटी पर बैठाकर अपने साथ गांव नरऊ के जंगल में एक खेत पर ले गया। जहां रामौतार और राधेश्याम पहले से मौजूद थे। तीनों ने मिलकर दुपट्टे से मुस्कान का गला घोंटकर हत्या कर दी। शव जमीन में दबा दिया था।
खुलासा करने वाली टीम में यह रहे शामिल
हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में सिविल लाइन के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह, निरीक्षक अपराध अवधेश कुमार, उपनिरीक्षक चमन गिरि, संजीव कुमार, सुमित कुमार के अलावा हेड कांस्टेबिल विनोद शर्मा व रजनेश, कांस्टेबिल श्यामवीर, अनुज कुमार, नागेंद्र रहे।
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