बरेली: नहीं आ रहा पर्ची का मैसेज, कैसे करें गन्ना सप्लाई

बरेली, अमृत विचार। किसानों के मोबाइल नंबर बंद होने समेत कई तरह की खामियों के चलते मंडल के 1396 गन्ना किसान संकट में हैं। विभाग की ओर से मोबाइल पर पर्चियों का मैसेज न पहुंचने पर वह अपना गन्ना कोल्हू पर बेचने को मजबूर हैं। गन्ना विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत व कासगंज में 5 लाख से ज्यादा गन्ना किसान हैं।
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वर्ष 2022-23 के पेराई सत्र के लिए सर्वेक्षण के मुताबिक मंडल में गन्ने का क्षेत्रफल 349138 हेक्टेयर है, जिससे लगभग 2763.47 लाख क्विंटल गन्ना उत्पादन संभावित है। गन्ना उपायुक्त राजीव राय ने बताया कि पर्ची जारी करने के बाद भी जब बीते दिनों कई चीनी मिलों में गन्ने का संकट खड़ा हुआ तो पड़ताल शुरू की गन्ना मिलों तक क्यों नहीं पहुंच रहा है, तब चौंकाने वाले तथ्यों का पता लगा। दरअसल अधिकांश गन्ना किसानों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं, उनके पास की-पैड वाले फोन हैं, जिनकी मेमोरी काफी कम होती है। अधिक मैसेज आने पर मेमोरी फुल हो जाती है और नए मैसेज नहीं आ पाते हैं। कई किसानों के मोबाइल पर डीएनडी की सेवा एक्टिव होना भी बताया गया है।
ऐसे प्राप्त कर सकते हैं पर्ची
किसान स्मार्ट गन्ना किसान वेबसाइट पर अपने मोबाइल नंबर की जांच कर सकते हैं। अगर नंबर गलत है तो गन्ना पर्यवेक्षक या समिति सचिव से संपर्क कर मोबाइल नंबर सही करा लें। मोबाइल इनबॉक्स भरा होने, मोबाइल बंद होने, नेटवर्क क्षेत्र से बाहर होने या फिर डीएनडी एक्टिवेट होने पर पर्ची का संदेश 24 घंटे में निरस्त हो जाएगा। जिससे किसानों को उनकी गन्ना पर्ची नहीं मिल पाएगी। इसके अलावा गन्ना ऐप के जरिए भी किसान अपनी पर्ची प्राप्त कर सकते हैं।
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