यूपी में सरकारी स्कूलों के बच्चों को कला और संगीत शिक्षा से जोड़ने के लिए एससीईआरटी पहली बार खास पहल
अमृत विचार (रविशंकर गुप्ता) यूपी में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के साथ-साथ अब संगीत और कला की शिक्षा (Music and Art Education) को बढ़ावा देने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश (State Council of Educational Research and Training Uttar Pradesh) की ओर से पहल की गई है।
इस खास पहल में परिषद की निदेशक डॉ अंजना गोयल (Director Dr. Anjana Goyal) के नेतृत्व में लगी टीम में शामिल संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ पवन सचान, सहायक शिक्षा निदेशक दीपा तिवारी, सहायक उप शिक्षा निदेशक पुष्पा रंजन, सहायक उप शिक्षा निदेशक अजय कुमार, उप शिक्षा निदेशक आशुतोष दुबे, शोध प्रध्यापक वत्सला पवार की अहम भूमिका है।
इस पहल में इसके तहत लखनऊ में स्थित उद्यमिता प्रशिक्षण संस्थान में पिछले चार दिनों से अलग-अलग जिलों से आये 120 शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। जिसमें शिक्षकों ने सभी सभी राज्यों की कला और संस्कृति को अपनी आर्ट के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिसका शुक्रवार को बेसिक शिक्षा व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह ने अवलोकन किया तो शिक्षकों की कला देख वह भी दंग रह गये। इस दौरान मंच पर निदेशक डॉ अंजना गोयल ने बेसिक शिक्षा मंत्री को संगीत व कला की शिक्षा को बढ़ावा देने बारे में विस्तार से दी।
वहीं संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ पवन सचान ने बताया कि संगीत व कला की शिक्षा प्रदान के करने के लिए अभी 45 जिलों के 120 शिक्षकों को प्रशिक्षण कार्य पूरा हो चुका है , शेष 30 अन्य जिलों के शिक्षकों का जल्द ही प्रशिक्षण पूरा हो जायेगा। प्रदेश में ये पहली बार पहल की जा रही है। वहीं बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप संदीप सिंह, एससीईआरटी की निदेशक डॉ अंजना गोयल, संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ पवन सचान ने अमृत विचार से बातचीत की..................
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा राज्य शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद (यूपीएससीईआरटी) की ओर से आयोजित कला एवं संगीत प्रशिक्षण में 4 दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल सभी शिक्षकों का मैं स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा माटी कला और तमाम तरह की चित्र प्रदर्शनी में नई शिक्षा नीति के तहत कला एवं संगीत कों शामिल करने का पूरा प्रयास देखने कों मिला है।
उन्होंने कहा मैं आशा करता हूं जो शिक्षक अलग अलग जिलों आये हैं, वह जिलों में भी शिक्षकों कों प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा एससीईआरटी के माड्यूल से सभी शिक्षक बच्चों कों कला और संगीत में निपुण बनाएंगे। मंत्री ने कहा अब शिक्षक और अधिकारी बाहरी कामों से दूर होकर विभाग में सकारात्मक रूप से प्रगति कर रहें हैं। उन्होंने कहा हम सभी लोग बच्चों कों सफल बनाने का कार्य कर रहें हैं क्योंकि बच्चों कों जो हम ज्ञान देते हैं उस योगदान कों बच्चा हमेशा याद रखता है।
आंगनबाड़ी में शिक्षा की राह आसान करेगा "उदय" माड्यूल
कार्यक्रम के मौके पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह की ओर से एससीईआरटी की ओर से तैयार वह उदय नाम का माड्यूल भी लांच किया गया। इस माड्यूल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए डॉ प पवन सचान ने बताया कि उदय माड्यूल से यूपी में संचालित सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पढ़ाई की राह आसान होगी। उन्होंने कहा ये माड्यूल आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लगे शिक्षकों को जो प्रशिक्षण प्रदान करेगा उससे शिक्षा की राह आसान होगी साथ ही गुणवत्ता भी आयेगी।
जीवन कौशल दर्पण माड्यूल भी किया गया लांच
कार्यक्रम के दौरान एससीईआरटी की ओर से तैयार जीवन दर्पण माड्यूल को भी बेसिक शिक्षा मंत्री ने लांच किया। इस माड्यूल की खासियत है कि डब्ल्यूएचओ की 10 गाइडलाइन को जीवन में शामिल करने की जानकारी मिलेगी, जिससे स्वास्थ्य रहने की जानकारी आसानी से मिलेगी। इसको लेकर डॉ पवन सचान ने कहा कि हम सभी के लिए लाइफ स्किल की बेहद जरूरत है।