उत्तर प्रदेश में 18 बस अड्डों को बेचने की तैयारी में परिवहन निगम

उत्तर प्रदेश में 18 बस अड्डों को बेचने की तैयारी में परिवहन निगम

लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम रोडवेज सूबे के आठ जिलों में बस अड्डों को बेचने के साथ किराये पर भी देने की तैयारी कर रहा है। परिवहन निगम के अपर प्रबन्ध निदेशक ने इसके लिए क्षेत्रीय प्रबन्धकों को निर्देश भेज दिया है। परिवहन निगम मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया …

लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम रोडवेज सूबे के आठ जिलों में बस अड्डों को बेचने के साथ किराये पर भी देने की तैयारी कर रहा है। परिवहन निगम के अपर प्रबन्ध निदेशक ने इसके लिए क्षेत्रीय प्रबन्धकों को निर्देश भेज दिया है।

परिवहन निगम मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लखनऊ समेत 8 जिलों में करीब 18 बस अड्डे चिह्नित किए गए हैं जो किसी काम में उपयोग में नहीं लाये जा रहे हैं। इनमें लखनऊ से सटे बाराबंकी की सफेदाबाद और प्रतापगढ़ के लालगंज स्थित बस अड्डे को किराये पर देने की तैयारी है। इसके अलावा अन्य बस अड्डों को बेचने की तैयारी की जा रही है।

अपर प्रबन्ध निदेशक ने प्रदेश में उपयोग में नहीं आने वाले बस अड्डों का सर्किल रेट और बाजार भाव पता करने का निर्देश रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबन्धकों को दिया है। इस बारे में गत 3 जुलाई को बोर्ड बैठक भी हो चुकी है। बैठक में बस अड्डों को किराये पर देने और बेचने पर सहमति बन चुकी हैं। उन्होंने बताया कि हाइवे बनने की वजह से कई बस अड्डों से बसों का संचालन बन्द हो चुका है। इसलिए बिना काम के पड़े बस अड्डों को किराये पर या फिर बेचने पर सहमति बनी है। फिलहाल बेचने वाले और किराये पर दिए जाने वाले बस अड्डों की सूची तैयार की जा रही है।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से परिवहन निगम आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। इसलिए परिवहन निगम प्रशासन अधिक से अधिक राजस्व एकत्रित करने के विकल्प पर जोर दे रहा है। परिवहन निगम खासकर उन बस अड्डों को चिन्हित कर रहा है जहां पर बसों का संचालन नहीं के बराबर रह गया है।

कई जिलों में बाईपास रोड बनने की वजह से रोडवेज बसों का संचालन बस अड्डों पर नहीं जाकर बाईपास से हो रहा है। ऐसी स्थिति में जो बस अड्डा शहर के अन्दर बनाया गया वह अब किसी उपयोग में नहीं रहा गया है। इस संबंध में परिवहन निगम के मुख्य जनसंर्पक अधिकारी अनवर अंजार का कहना है कि बिना उपयोग वाले बस अड्डों की बेचने की तैयारी चल रही है जल्द ही इस पर निर्णय हो जायेगा।