पीलीभीत: पिटाई के बाद श्रमिक ने गंवा दी जान, फंसी गर्दन तो हुई कार्रवाई, एक गिरफ्तार
दो दिन तक एनसीआर दर्ज कर मामला ठंडे बस्ते में डाली रही बिलसंडा पुलिस

बेटे से हुई मारपीट की शिकायत लेकर दबंगों के घर पहुंचे श्रमिक पर हमला कर दिया गया। उसकी बेरहमी से पिटाई
पीलीभीत, अमृत विचार। बेटे से हुई मारपीट की शिकायत लेकर दबंगों के घर पहुंचे श्रमिक पर हमला कर दिया गया। उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई। पुलिस ने तहरीर लेकर मामले को टाल दिया। दो दिन तक थाना पुलिस गांव में पड़ताल करने भी नहीं गई और श्रमिक की मौत हो गई।
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परिवार ने मारपीट में आई चोट से मौत होने का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद अब बिलसंडा पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। श्रमिक की मौत के बाद खुद की गर्दन फंसती दिखाई दी तो थाना पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में एनसीआर में धाराएं बढ़ाकर एक आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई।
बिलसंडा क्षेत्र के ग्राम विलासपुर के निवासी ओमकार (45) पुत्र श्रीकृष्ण मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। नौ नवंबर को उनका छोटा बेटा आदेश गांव के बाहर की तरफ घास काटने के लिए गया था। इसी बीच गांव के ही रहने वाले श्यामू के बेटे से उसका विवाद हो गया। जिसमें आरोप है कि आदेश की गन्ने से बेरहमी से पिटाई कर दी गई।
बेटे के साथ हुई घटना का पता लगने के बाद ओमकार व परिवार के कुछ अन्य सदस्य आरोपी के घर शिकायत लेकर पहुंचे। इसके बाद वहां भी विवाद शांत होने के बजाए बढ़ गया। श्यामू ने अपने साथियों की मदद से ओमकार पर हमला बोल दिया। लज्ञठी उंडे और पत्थर बरसाए गए। इसकी सूचना मिलने पर यूपी 112 पुलिस गांव पहुंची और घायलों को बिलसंडा थाने ले आई। जहां पुलिस को तहरीर दी गई।
परिजन का आरोप है कि थाना पुलिस ने मेडिकल परीक्षण कराकर एनसीआर दर्ज कर कर्तव्यों से इतिश्री कर ली। उसके बाद न तो किसी आरोपी की गिरफ्तारी की गई, न ही पुलिस एक बार भी गांव झांकने आई। परिवार वाले घर पर रखकर श्रमिक का इलाज कराते रहे। शुक्रवार सुबह ओमकार ने घर पर ही दम तोड़ दिया। इसकी सूचना थाने पर दी गई।जिसके बाद दो दिन से मामले को ठंडे बस्ते में डालकर बैठी बिलसंडा पुलिस को अपनी गर्दन फंसती हुई दिखाई दी।
खुद पर कोई आंच न आ जाए ऐसे में आनन-फानन में पुलिस ने एक आरोपी किशोर को धर दबोचा और एनसीआर को गैर इरादतन हत्या की धाराएं बढ़ाकर एफआईआर में तरमीम कर दिया। फिर तो पुलिस दो दिन की लापरवाही पर पर्दा डालकर कार्रवाई करने का दावा कर एक हमलावर की गिरफ्तारी की बात कहते हुए इसे भी गुडवर्क के तौर पर गिनाने से पीछे नहीं रही।फिलहाल परिवार के अनय सदस्यों ने भी कार्रवाई से असंतोष जताया और हमलावरों से जान का खतरा बताते रहे। परिवार का कहना है कि अन्य आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाए।
नौ नवंबर को बच्चों के बीच हुई मारपीट के बाद दोनों पक्ष भिड़ गए थे। उसी वक्त क्रॉस एनसीआर दर्ज कर ली गई थी। लापरवाही नहीं बरती गई है। एक पक्ष के ग्रामीण की मौत की सूचना पर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। संबंधित धाराएं तरमीम कर एक अभियुक्त गिरफ्तार कर लिया है - अचल कुमार, एसओ बिलसंडा।
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