बरेली: जनसेवा केंद्रों पर लोगों से लिए जा रहे मनमाने दाम, चार गुना अधिक हो रही वसूली
अमृत विचार/अनुपम सिंह, बरेली। बेहतर सुविधाएं देने के लिए सरकार की ओर से खुलवाए गए जनसेवा केंद्रों पर खुलेआम लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। सरकारी मानकों को दरकिनार कर संचालक मनमानी पर उतारू हैं। केंद्र संचालित करने वाले लोगों से तय रेट से कई गुना अधिक की वसूली कर रहे हैं, …
अमृत विचार/अनुपम सिंह, बरेली। बेहतर सुविधाएं देने के लिए सरकार की ओर से खुलवाए गए जनसेवा केंद्रों पर खुलेआम लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। सरकारी मानकों को दरकिनार कर संचालक मनमानी पर उतारू हैं। केंद्र संचालित करने वाले लोगों से तय रेट से कई गुना अधिक की वसूली कर रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि इसके बाद भी जिम्मेदार अनजान हैं।
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केंद्रों पर आने वाले लोगों की जरूरत और समस्या को देखकर उनसे मोटी कमाई की जा रही है। मुनाफाखोरी का यह खेल लंबे समय से चला आ रहा है, पर कार्रवाई के नाम पर जिम्मेदारों ने नजरें फेर ली हैं। खास बात यह है कि सरकारी हुक्मरानों के दफ्तरों के आसपास यह खेल चल रहा है। अधिक पैसे वसूलने की कई शिकायतें सामने आने के बाद सोमवार को अमृत विचार की टीम खुद सरकारी योजनाओं का फार्म ऑनलाइन आवेदन कराने के लिए शहर में संचालित 15 से 20 जनसेवा केंद्रों पर पहुंची, जहां यह हकीकत सामने आई।
केस-1
साेमवार दोपहर के करीब 2 बज रहे थे, इस बीच टीम बरेली काॅलेज गेट से कुछ दूरी पर संचालित राधेश्याम इंटरनेट कैफे की दुकान पर पहुंची, जहां पर संचालकों से कई योजनाओं के फार्म ऑनलाइन कराने के रेट पूछे गए। आय, जाति प्रमाण पत्र के लिए 200 रुपये मांगे गए है, जबकि दोनों आवेदनों के रेट 60 रुपये हैं।
केस-2
शहामतगंज पुल से शाहजहांपुर की ओर चलने पर रास्ते में सड़क के उत्तर दिशा में शाहजी जनसेवा केंद्र का बाेर्ड सड़क से नजर आएगा। जिस इमारत पर बोर्ड लगा है, उसी के अंदर एक रास्ता गया है, जहां पर केंद्र है। यहां पहुंचने पर पैन कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए कहा गया। जरूरी दस्तावेजों के साथ 250 रुपये मांगे गए। कम करने की गुजारिश पर कहा कि इससे कम दाम नहीं होंगे।
केस-3
अमृत विचार की टीम ने दो जनसेवा केंद्र के संचालकों के नंबर ऑनलाइन निकालकर फोन पर बात की। आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए एक संचालक ने 60 तो दूसरे ने 80 रुपये फीस बताई।
केस-4
सदर तहसील के पास जनसेवा केंद्र है। यहां पर संचालक से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रक्रिया पूछी गई। बताया कि 11 लोगों की गवाही होनी चाहिए। कहा गया कि मरे हुए व्यक्ति को 20 साल हो गए तो बाहर बैठे एक शख्स ने कहा कि यह नंबर नोट कर लो। फोन पर इनसे बात कर लेना। पूछा गया कि काम हो जाएगा तो जवाब मिला कि सब हो जाता है बस खर्चा करना होगा।
किस सेवा की कितनी फीस, ले रहे इतनी
सेवा तय रेट मनमाना रेट
जाति प्रमाण पत्र 30 100
आय प्रमाण पत्र 30 100
अधिवास प्रमाणपत्र 30 80
हैसियत प्रमाण पत्र 120 240
लाउड स्पीकर प्रयोग की अनुमति 30 70
छात्रवृत्ति के लिए आवेदन 30 90
शादी और बीमारी अनुदान के लिए 30 100
दिव्यांग व्यक्ति द्वारा पुनर्वास हेतु ऋण/अनुदान 30 110
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना 30 80
खुद भी जागरूक हों लोग
जनसेवा केंद्रों पर वसूले जा रहे मनमाने रेट को लेकर अमृत विचार सामाजिक सराेकारों की भूमिका का निर्वहन करते हुए आपको जागरूक कर रहा है। अगर आप सरकारी सेवाओं का लाभ लेने के लिए इन सेवाओं का आवेदन करा रहे हैं तो जानकारी के लिए खुद भी अपने स्मार्ट फोन से https://edistrict.up.gov.in पर लॉगिन करें।
इसके बाद सेवाएं का ऑप्शन आएगा। उस पर क्लिक कर क्रमवार विभाग का नाम और उसके आगे सेवाएं आएंगी। सेवाओं के आगे विवरण का ऑप्शन आएगा। उस पर क्लिक कर आप आसानी से किस सेवा के लिए कितने रुपये देने होंगे और क्या दस्तावेज लगेंगे सब जान सकेंगे। इससे आप मुनाफाखोरों के चंगुल से बच सकेंगे।
जनसेवा केंद्र संचालक अगर तय रेट से अधिक की वसूली कर रहे हैं तो गलत है। शिकायतकर्ता का हमें नाम, पता उपलब्ध कराएं। मैं जांच कराकर कार्रवाई कराऊंगी—ऋतु पूनिया, एडीएम प्रशासन।
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