हल्द्वानी: उत्तराखंड के दो युवकों सहित 26 लोग इक्वेटोरियल गिनी में फंसे, नाइजीरिया तेल लेने गया था जहाज

हल्द्वानी, अमृत विचार। नाइजीरिया तेल लेने गया जहाज इक्वेटोरियल गिनी (एक अफ्रीकन देश) में फंस गया है। शिप में 16 भारतीय समेत कुल 26 लोग सवार हैं। भारतीयों में दो लोग उत्तराखंड के रहने वाले हैं। इनमें एक सौरभ स्वार नैनीताल जिले और दूसरे तनुज मेहता निवासी देहरा दून हैं।उन्होंने पीएम मोदी और सीएम को …
हल्द्वानी, अमृत विचार। नाइजीरिया तेल लेने गया जहाज इक्वेटोरियल गिनी (एक अफ्रीकन देश) में फंस गया है। शिप में 16 भारतीय समेत कुल 26 लोग सवार हैं। भारतीयों में दो लोग उत्तराखंड के रहने वाले हैं। इनमें एक सौरभ स्वार नैनीताल जिले और दूसरे तनुज मेहता निवासी देहरा दून हैं।उन्होंने पीएम मोदी और सीएम को ट्वीट कर मदद मांगी है। उन्होंने मदद के लिए एक ऑडियो भी वायरल किया है।
गौलापार के जगतपुर गांव के रहने वाले सौरभ स्वार ने बताया कि वह शिपिंग लाइन में है। उन्होंने बीती 21 जुलाई को ओएसएम फ्लीट मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत संचालित एमटी हीरोईक ईडन शिप को ज्वाइन किया। वह शिप से तेल लेने नाइजीरिया के लिए निकले। शिप में 16 भारतीय, 8 श्रीलंका, 1 फिलिपिंस और 1 पॉलिश नागरिक समेत 26 लोग हैं। वह शिप से बीती 8 अगस्त को के लिए तेल लेने नाइजीरिया पहुंचे। जब उनका शिप नाइजीरिया के एपीकेओ टर्मिनल पहुंचा। तब टर्मिनल से जानकारी मिली कि कार्गो में समय है, 16 अगस्त तक इंतजार करना होगा। इस पर वह टर्मिनल से दूर होकर ड्रिफ्टिंग करने लगे।
संदिग्ध नाव को देखकर किया अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पार
सौरभ ने बताया कि 8 अगस्त की रात को एक नाव संदिग्ध हालात में उनके आसपास घूमने लगी। चूंकि नाइजीरिया में पायरेट्स बोट के हमले की आशंका रहती है इसलिए शिप के कर्मियों ने तुरंत कंपनी प्रबंधन और टर्मिनल अधिकारियों को जानकारी दी। कंपनी प्रबंधन ने तुरंत ही शिप को वहां से निकलने के निर्देश दिए ।
कंपनी के निर्देशानुसार उन्होंने शिप का रुख अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर की ओर कर दिया। तकरीबन दो दिन तक लगातार चलने के बाद नाइजीरिया पार कर दिया। दो दिन बाद कंपनी प्रबंधन ने शिप के कैप्टन को सूचना दी कि वह नेवी नाव थी चूंकि रात में अंधेरे की वजह से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी थी हालांकि तब तक शिप अंतर्राष्ट्रीय बार्डर पार कर गया था। 12 अगस्त को वह इक्वेटोरियल गिनी देश पहुंच गए। जहां गिनी का नेवी शिप उनके पास आया उनसे जानकारी ली।
14 अगस्त से 5 नवंबर तक गिनी की नेवी की हिरासत में रहे
सौरभ ने बताया कि 14 अगस्त की रात को इक्वोटेरियल गिनी की नेवी शिप उनके पास पहुंचा। नेवी उनके शिप पर पहुंची और शिप कैप्टन समेत सभी 26 लोगों को हिरासत में लेकर समुद्र किनारे ले गई। पांच नवंबर तक गिनी की नेवी ने पूछताछ की और दस्तावेजों की जांच की। उन्होंने दावा कि वह पूछताछ और जांच में निर्दोष पाए गए। फिर भी गिरी नेवी ने पांच नवंबर तक सभी को हिरासत में रखा। फिर पांच नवंबर की रात को उन्हें शिप में पहुंचा दिया। अब गिनी की नेवी उन्हें नाइजीरिया जाने के लिए दबाव बना रही है जबकि उनका कहना है कि नाइजीरिया के ऊपर भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ट्वीट कर मदद मांगी ताकि शिप पर सवार सभी लोग सुरक्षित अपने देश में पहुंच सके। इधर सौरभ की पत्नी शोभा स्वार ने भी पुलिस को प्रार्थना पत्र सौंपकर पति की सकुशल बरामदगी की मांग की है।