बरेली: नहाय-खाय से शुरू हुआ छठ पर्व, 31 अक्टूबर को उदयकालीन सूर्य को अध्र्य देकर होगा व्रत पारण

बरेली: नहाय-खाय से शुरू हुआ छठ पर्व, 31 अक्टूबर को उदयकालीन सूर्य को अध्र्य देकर होगा व्रत पारण

बरेली, अमृत विचार। सूर्योपासना का पर्व छठ 28 अक्टूबर को नहाय-खाय से शुरू होगा गया। 29 को खरना है। 30 अक्टूबर को छठ व्रत के दिन व्रती निर्जल व्रत रहेंगे। अस्ताचलगायी सूर्य को अध्र्य देकर मंगल कामना करेंगे। व्रत की पूर्णाहुति 31 अक्टूबर को उदयकालीन सूर्य को अध्र्य देने के साथ होगी, इसके बाद व्रती …

बरेली, अमृत विचार। सूर्योपासना का पर्व छठ 28 अक्टूबर को नहाय-खाय से शुरू होगा गया। 29 को खरना है। 30 अक्टूबर को छठ व्रत के दिन व्रती निर्जल व्रत रहेंगे। अस्ताचलगायी सूर्य को अध्र्य देकर मंगल कामना करेंगे। व्रत की पूर्णाहुति 31 अक्टूबर को उदयकालीन सूर्य को अध्र्य देने के साथ होगी, इसके बाद व्रती पारण करेगें। जिसको लेकर यूनिवसिर्टी समेत तमाम जगह इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।

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बिहार में इस पर्व का प्रमुख महत्व है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में छठी मैया के नाम से व्रत रखा जाता है और सूर्य देवता को अध्र्य भी दिया जाता है। छठी मैया की पूजा, सूर्य को अध्र्य देने के लिए पानी में उतरना होता है और इसके लिए घाट तैयार किए जाते हैं। कुछ सालों पहले छठ पूजा बहुत छोटे स्तर पर मनाई जाती थी, साल 2014 से 69 जगह पर छठ पूजा आयोजित की जाती थी, लेकिन अब 85 स्थानों पर छठ पूजा आयोजित की जाती है।

त्योहार को लेकर सज रहे घर

इस बारे में रुहेलखण्ड में स्थित शिव पार्वती मंदिर में इसकी तैयारी चल रही है। इस बारे में तैयारियां कर रहे लोगों ने बताया कि आज के दिन घरों में खाया से पर्व की शुरूआत हो गई है। शनिवार को खरना होगा। जिसमें गन्ने के रस से खीर, आदि पकवान बनाए जाएंगे।

छठ पूजा होती तैयारियां

इन स्थानों पर मनाया जाता है छठ पर्व
कुदेशिया फाटक स्थित शिवपार्वती मंदिर, न्यू माडल कालोनी स्थित छापरा कालोनी, रोड नम्बर 7 स्थित दुर्गा माता मंदिर, रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, धौपेश्वर नाथ मंदिर, रामगंगा, एयरफोर्स गेट, कृष्ण नगर, सिद्वार्थ नगर हनुमान मंदिर के पास, आलोकनगर शिव पार्वती मंदिर, रोड नंम्बर रेलवे क्वार्टर सहित स्थानों पर छठ मैया की पूजा के लिए श्रद्वालु एकत्र होते है। बरेली में अब इस पर्व को काफी धूमधाम से मनाया जाताा है।

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