नैनीताल: देश भर के वक्ता आपदा प्रबंधन की चुनौतियों और आयामों पर करेंगे चर्चा

नैनीताल, अमृत विचार। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी, नैनीताल में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 20 अक्टूबर से किया जा रहा है। रिड्यूसिंग रिस्क एंड बिल्डिंग रिसाइलेंस: कैपिसिटी बिल्डिंग इन द माउंटेन स्टेट्स विषय पर आधारित कार्यशाला में विभिन्न राज्यों …
नैनीताल, अमृत विचार। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी, नैनीताल में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 20 अक्टूबर से किया जा रहा है। रिड्यूसिंग रिस्क एंड बिल्डिंग रिसाइलेंस: कैपिसिटी बिल्डिंग इन द माउंटेन स्टेट्स विषय पर आधारित कार्यशाला में विभिन्न राज्यों उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा,मेघालय, मणिपुर, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, आसाम, मिजोरम,त्रिपुरा, नागालैंड, उत्तर प्रदेश से करीब 400 प्रतिभागी भाग लेंगे। कार्यशाला का शुभारंभ केंद्रीय रक्षा राजय मंत्री अजय भट्ट, सीएम पुष्कर सिंह धामी करेंगे।
मंगलवार को डॉ. आरएस टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी, नैनीताल में प्रेस वार्ता करते हुए अकादमी के महानिदेशक बीपी पांडे, अधिशासी निदेशक प्रकाश चंद्र, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन संस्थान के नोडल अधिकारी प्रो. संतोष कुमार, अपर जिलाधिकारी शिवचरण द्विवेदी ने जानकारी दी। बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पर्वतीय राज्यों की संवेदनशीलता को देखते हुए आपदा प्रबंधन के विभिन्न आयामों से जुड़ी रणनीति बनाना है। साथ ही अकादमी में भारत के उत्तरी पर्वतीय राज्यों के लिए एक उच्च स्तर का प्रशिक्षण के रूप में संस्थान का स्तर बढ़ाना है।
ये रहेंगे वक्ता के तौर पर मौजूद
बताया कि कार्यशाला के दौरान त्रिशूल भवन के विभिन्न सभागारों में सत्रों का संचालन किया जायेगा। पर्यावरणविद् पद्मश्री चण्डी प्रसाद भट्ट, ओपी मिश्रा, निदेशक, भूविज्ञान, नई दिल्ली, पूर्व अपर मुख्य वन संरक्षक उत्तर प्रदेश एके सिंह, पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड इंदु कुमार पांड, वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञ दीपक सिंह, एनटीपीसी दिल्ली के प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह कुविवि के से. प्रो. शेखर पाठक, प्रो. अजय रावत वक्ता के तौर पर संबोधित करेंगे। कार्यक्रम समन्वयक के रूप में डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. मंजू पाण्डे, अली हैदर, एनआईडीएम के अतिरिक्त आपदा प्रबन्धन प्रकोष्ठ व अकादमी के कर्मचारी मौजूद रहेंगे।