पीलीभीत: स्वास्थ्य विभाग ने जांच दबाई, पुलिस भूल गई गिरफ्तारी

पीलीभीत: स्वास्थ्य विभाग ने जांच दबाई, पुलिस भूल गई गिरफ्तारी

पीलीभीत, अमृत विचार। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई अचानक सुस्त पड़ गई है। आरोपी सोनाक्षी क्लीनिक का संचालक कथित झोलाछाप जहां रसूखदारों की शरण में पहुंचकर बचाव के लिए रास्ता तलाश रहा है। वहीं, पुलिस गैर इराइतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी …

पीलीभीत, अमृत विचार। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई अचानक सुस्त पड़ गई है। आरोपी सोनाक्षी क्लीनिक का संचालक कथित झोलाछाप जहां रसूखदारों की शरण में पहुंचकर बचाव के लिए रास्ता तलाश रहा है। वहीं, पुलिस गैर इराइतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है। क्लीनिक सील करने के बाद आगे की कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी बेसुध है।

ये भी पढ़ें- पीलीभीत: दूसरे का प्लॉट दिखाकर दंपति ने ठगे 3.20 लाख रुपये, फर्जी मुकदमे में फंसाने की दी धमकी

गजरौला क्षेत्र के ग्राम मकतुल के निवासी इंदल प्रसाद की पत्नी मीना (27) को प्रसव के लिए कस्बा गजरौला के सोनाक्षी क्लीनिक में भर्ती कराया गया था। दिन भर वह तड़पती रही और उसे रेफर तक नहीं किया गया। शाम को प्रसव के बाद बच्ची का जन्म हुआ। कुछ देर बाद ही जच्चा बच्चा की मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने क्लीनिक संचालकों की लापरवाही को दोनों की मौत की वजह बताया।

यह भी सामने आया कि निजी क्लीनिक के संचालक की पत्नी पीएचसी में संविदा डॉक्टर के तहत तैनात है। वह भी इस क्लीनिक पर मरीजों का इलाज करने पहुंचती थीं। पुलिस अधिकारियों ने क्लीनिक संचालक को झोलाछाप बताया था। पति की तहरीर पर गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। उधर, सीएमओ के निर्देश पर सीएचसी अधीक्षक न्यूरिया की अगुवाई में टीम ने पहुंचकर क्लीनिक को सील कर दिया था।

तीन दिन में संचालक से कागजात तलब किए गए थे। इसके बाद आगे की कार्रवाई तय होनी थी, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी न तो पुलिस की कार्रवाई आगे बढ़ सकी है, न ही स्वास्थ्य विभाग। आरोपी की ओर से भेजे गए कागजात के आधार पर अभी फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का यही मानना है कि क्लीनिक का पंजीकरण नहीं है। जांच रिपोर्ट अभी सीएमओ को प्राप्त नहीं हो सकी है।

इस मामले में सूचना मिलने के बाद टीम भेजकर क्लीनिक सील करा दिया गया था। अभी जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। क्लीनिक संचालक की ओर से भेजे गए कुछ कागजात के आधार पर क्लीनिक का पंजीकरण न होने की बात सामाने आ रही है। जल्द जांच पूरी कर सख्त एक्शन लिया जाएगा।- डॉ.आलोक कुमार, सीएमओ।

ये भी पढ़ें-पीलीभीत: सख्ती के बाद भी नहीं रुक सकी लोडर पर सवारियों की आवाजाही

 

ताजा समाचार

Ram Navami: रामनवमी को लेकर अयोध्या में भव्य तैयारी, श्रद्धालुओं के लिए होंगे विशेष इंतजाम
नोएडा: ऑटिज्म से पीड़ित छात्र के साथ मारपीट के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार, स्कूल सील
सीतापुर से अपहृत बच्चा तीन माह बाद आंध्र प्रदेश से बरामद, पुलिस ने परिवार को सौंपा, जानें पूरा मामला
मुख्यमंत्री योगी ने नव सम्वत्सर व चैत्र नवरात्र व चेटी चंद पर प्रदेशवासियों को दीं शुभकामनाएं
Jamshedpur Encounter: मुठभेड़ में मारा गया मुख्तार गैंग का शूटर अनुज कनौजिया, डीएसपी डीके शाही को भी लगी गोली
30 मार्च का इतिहास: आज ही के दिन सत्यजीत रे को मिला था ‘ऑस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट ऑनरेरी अवार्ड’