अब हाईटेक फॉरेंसिक वैन खोलेगी अपराध का हर राज

हल्द्वानी, अमृत विचार : अपराध करने के बाद अपराध अब बच नहीं पाएगा। फिर वो सुबूत छिपाने के चाहे जितने जतन कर ले। क्योंकि अब पुलिस को हाईटेक फॉरेंसिक वैन मिल चुकी है, जो अपराध से जुड़ा हर राज तलाशने का माद्दा रखती है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बुधवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में हरी झंडी दिखाकर हाईटेक मोबाइल फॉरेसिंक वैन रवाना की।
बता दें कि गृह मंत्रालय भारत सरकार ने नए आपराधिक कानूनों के तहत, घटनाओं के त्वरित खुलासा करने और साक्ष्य संकलन के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले को आधुनिक उपकरणों से लैस मोबाइल फॉरेंसिक वैन दी है। मोबाइल फोरेंसिक वाहन में कई खास बातें हैं, जिसमें क्राइम सीन प्रोटेक्शन किट, फिंगर प्रिंट किट, ब्लड एंड सिमन डिटेक्शन किट, हाई इंटेंसिटी फोरेंसिक लाइट, एविडेंस कलेक्शन किट, नारकोटिक, डीएनए तथा एक्सप्लोसिव डिटेक्शन समेत अनेकों संसाधन हैं। नैनीताल पुलिस के इस मोबाइल फॉरेंसिक वाहन में वर्तमान समय में फॉरेंसिक साइंस प्रयोगशाला से प्रशिक्षित एक उपनिरीक्षक, एक हेड कांस्टेबल, दो कांस्टेबल और एक महिला कॉन्स्टेबल तैनात हैं। इस अवसर पर फॉरेंसिक सेल प्रभारी त्रिवेणी प्रसाद, परिवहन शाखा प्रभारी सतीश चंद्र पाठक आदि थे।
क्या है हाई इंटेंसिटी फोरेंसिक लाइट
हल्द्वानी : "हाई इंटेंसिटी फोरेंसिक लाइट" एक प्रकार की विशेष लाइट होती है, जिसका उपयोग अपराध स्थल पर सबूतों को उजागर करने के लिए किया जाता है। यह लाइट सामान्य लाइट की तुलना में कहीं अधिक तीव्र होती है और यह विभिन्न रंगों में हो सकती है, जैसे कि नीली, हरी या लाल। इसका उद्देश्य उन सबूतों को देखने में मदद करना है, जो आम लाइट में दिखाई नहीं देते। उदाहरण के लिए, ये लाइट्स खून, दाग-धब्बे, फिंगर प्रिंट्स या अन्य छोटे और सूक्ष्म प्रमाणों को अधिक स्पष्ट रूप से दिखा सकती हैं।
मौके पर संभव होगी डीएनए जांच
हल्द्वानी : डीएनए डिटेक्शन उपकरण का उपयोग अपराधी के डीएनए के साक्ष्यों को पहचानने के लिए किया जाता है। यह उपकरण अपराध स्थल पर पाए गए रक्त, बाल, त्वचा या किसी अन्य जैविक पदार्थ में डीएनए का पता लगाता है। यदि मौके पर संभावित अपराधी मिलता है तो फॉरेंसिक टीम मौके पर मिले रक्त, बाल या अन्य जैविक पदार्थ का तुरंत मिलान किया जा सकता है। इसी तरह एक्सप्लोसिव डिटेक्शन विस्फोटक पदार्थों के अवशेषों को पहचानने के लिए इस्तेमाल होते हैं। जब किसी स्थान पर विस्फोट हुआ हो या वहां संदिग्ध पदार्थ मौजूद हों तो यह डिटेक्शन उपकरण हवा, धूल या अन्य वस्तुओं से विस्फोटक रसायन के अंशों का पता लगाता है।