बांदा: कौमी एकता का संदेश देता तिरंगे रंग का निकला जुलूस-ए-मोहम्मदी

बांदा: कौमी एकता का संदेश देता तिरंगे रंग का निकला जुलूस-ए-मोहम्मदी

बांदा, अमृत विचार। इस्लाम के संस्थापक पैगंबर हजरत मोहम्मद का यौमे विलादत (जन्मदिन) जोश-खरोश से मनाया गया। इसके लिए पूर्व संध्या से ही तैयारियां कर ली गई थीं। इस्लामी कैलेंडर के तीसरे माह रबी अव्वल की 12वीं तारीख को जश्ने ईद मीलाद मनाई जाती है। मुख्य आयोजन शहर में निकला जुलूसे मोहम्मदी रहा। सौहार्द और …

बांदा, अमृत विचार। इस्लाम के संस्थापक पैगंबर हजरत मोहम्मद का यौमे विलादत (जन्मदिन) जोश-खरोश से मनाया गया। इसके लिए पूर्व संध्या से ही तैयारियां कर ली गई थीं। इस्लामी कैलेंडर के तीसरे माह रबी अव्वल की 12वीं तारीख को जश्ने ईद मीलाद मनाई जाती है। मुख्य आयोजन शहर में निकला जुलूसे मोहम्मदी रहा। सौहार्द और कौमी एकता की परंपरा को बरकरार रखते हुए आयोजन हुए।

पूर्व संध्या पर ही शहर के मुस्लिम इलाकों में बिजली की रंगीन सजावट की गई थी। रविवार को दोपहर से शहर के विभिन्न मोहल्लों के जुलूस कालवनगंज कोतवाली रोड स्थित खानकाह दरगाह (छिपटहरी) के सामने इकट्ठा हुए। यहां तीसरे पहर शहर काजी मेराज मसूदी (अकील मियां), जश्ने ईद मीलाद कमेटी अध्यक्ष मोहम्मद शोएब, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश कार्य समिति सदस्य आरिफ खां, सैय्यद इमरान अली राजू, सईद अहमद, मोहम्मद अयूब, हाजी जाहिद अली, अब्दुल वहीद, वार्ड सदस्य लल्लू खां, शाहिद निजामी, फसी उल्ला और गुलफाम आदि ने हरी झंडी दिखाकर जुलूस को रवाना किया।

छिपटहरी, मर्दन नाका, कुंजरहटी, मनोहरीगंज, छावनी, गूलरनाका, अलीगंज और अमर टाकीज तिराहा आदि सड़कों से जुलूस गुजरा। इन रास्तों में बिजली और झंडे-झंडियों की खास सजावट की गई थी। भारी-भरकम और छोटे-बड़े सैकड़ों हरे परचम और विभिन्न आकर्षक झांकियां शामिल रहीं। जगह-जगह झांकियों को पुरस्कृत किया गया। विभिन्न मोहल्लों के युवक और बच्चे अपने खास पोशाक में शामिल थे। बाजे-गाजे और डीजे के बीच नाते और कव्वालियां और इस्लामी नारे गूंजते रहे।

देर रात अलीगंज पुलिस चैकी चैराहे पर स्थानीय कमेटी के तत्वावधान में सलाम पेश किया गया। इसी के साथ जुलूस का समापन हुआ। सुरक्षा के मद्देनजर जुलूस में पूरे समय 18 इंस्पेक्टर, 39 सब इंस्पेक्टर, 170 कांस्टेबल तैनात किए गए थे। ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रही। खुफिया विभाग भी पूरे समय सक्रिय रहा।

हरे परचमों के साथ ने बढ़ाई जुलूस की शान

तिन्दवारी कस्बे में सारी दुनिया को इंसानियत और अपने मुल्क से मोहब्बत का पैगाम देने वाले हजरत मोहम्मद के जन्मदिन पर निकाले गए जुलूस में भी यही संदेश दिया गया। हजारों की संख्या वाले जुलूस में एक तरफ जहां हरे इस्लामी परचम लहरा रहे थे तो उन्हीं के साथ देश का नक्शा अपनी अलग शान बिखेर रहा था। जुलूस जामा मस्जिद से निकल कर कस्बे के प्रमुख मार्गों से होते हुए देर शाम के बाद पुनः जामा मस्जिद पहुंचकर समाप्त हुआ।

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