रोहतगी के बाद सिंघवी ने भी टिक-टॉक का केस लड़ने से किया इनकार
नई दिल्ली। देश के शीर्ष वरिष्ठ अधिवक्ताओं में शुमार पूर्व एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी के चीनी ऐप टिक-टॉक का मुकदमा लड़ने से इनकार करने के बाद अब कांग्रेस नेता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी भी मुकदमा लड़ने से मना कर दिया है। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “मैं शीर्ष अदालत में टिक-टॉक की पैरवी …
नई दिल्ली। देश के शीर्ष वरिष्ठ अधिवक्ताओं में शुमार पूर्व एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी के चीनी ऐप टिक-टॉक का मुकदमा लड़ने से इनकार करने के बाद अब कांग्रेस नेता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी भी मुकदमा लड़ने से मना कर दिया है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “मैं शीर्ष अदालत में टिक-टॉक की पैरवी नहीं करूंगा। सर्वोच्च न्यायालय में एक साल पहले मैंने एक मामले में टिक-टॉक का केस लड़ा था और जीता भी था। हालांकि, अब मैं सुप्रीम कोर्ट में टिक-टॉक की पैरवी नहीं करना चाहता हूं।” इससे पहले रिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा था कि वह एक चीनी ऐप के लिए भारत सरकार के खिलाफ अदालत में खड़े नहीं होंगे।
भारत सरकार की ओर से 59 चीनी ऐप को प्रतिबंधित किये जाने के फैसले के बाद इनमें से एक ऐप ‘टिक टॉक’ ने कानूनी रास्ता अपनाने की कोशिश की, लेकिन उसे पहले कदम पर ही झटका लगा है। टिक-टॉक ने मामले की पैरवी के लिए श्री रोहतगी से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने टिक-टॉक की तरफ से सरकार के खिलाफ पेश होने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि वह भारत सरकार के खिलाफ चीनी ऐप के लिए कोर्ट में केस नहीं लड़ेंगे।