मुरादाबाद : 36 साल के साधक हैं भाजपा के नए महामंत्री संगठन
आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश भाजपा के नए महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सैनी कठिन साधना के परिणाम हैं। 36 साल की यात्रा में उन्होंने लक्ष्य आधारित कार्य किया है। अविवाहित धर्मपाल मैकेनिकल इंजीनियर हैं। उन्हें भाजपा के मिशन 2024 का लक्ष्य भेदना है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिग्रीधारी सैनी पार्टी के सोशल इंजीनियरिंग के भी चेहरे …
आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश भाजपा के नए महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सैनी कठिन साधना के परिणाम हैं। 36 साल की यात्रा में उन्होंने लक्ष्य आधारित कार्य किया है। अविवाहित धर्मपाल मैकेनिकल इंजीनियर हैं। उन्हें भाजपा के मिशन 2024 का लक्ष्य भेदना है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिग्रीधारी सैनी पार्टी के सोशल इंजीनियरिंग के भी चेहरे साबित होंगे।
बिजनौर जनपद के बेगमपुर हर्रे उर्फ हुर्रनंगला निवासी धर्मपाल मूल रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उपहार हैं। चार भाइयों में एक धर्मपाल 19 साल की उम्र में विद्यार्थी परिषद से जुड़ गये। साल 1986 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य बन गए। इसके चार साल बाद यानी 1990 में देहरादून संभाग के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बना दिए गए। अब इन्हें यूपी में महामंत्री संगठन की जिम्मेदारी दी गई है। वर्ष 2019 से झारखंड में अपनी सेवा दे रहे धर्मपाल बेहद शांत और रचनाधर्मी हैं।
निजी और सार्वजनिक जीवन में तामझाम से परहेज रखने वाले सैनी का गांव नगीना तहसील क्षेत्र में आता है। वह पिछड़े वर्ग से आते हैं। लोकसभा चुनाव के पहले प्रदेश की कमान सौंपकर संगठन नेतृत्व में कई संकेत दिए हैं। झारखंड में उनकी प्रयास और परिणाम की संगठन स्तर पर कई बार प्रशंसा हो चुकी है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को लेकर वह अपने लक्ष्य में कितना सफल हो पाते हैं, यह तो भविष्य के गर्भ में है। लेकिन, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी की उम्मीदों के बड़े केंद्र के रूप में वह देखे जा रहे हैं।
36 साल से संगठन में विभिन्न पदों पर पूर्णकालिक सदस्य के रूप में सेवा दे रहे सैनी का परिवार पद के आकर्षण से बिल्कुल दूर है। बेहद ग्रामीण परिवेश में घर के सदस्य हैं। चार भाइयों में यशपाल, आनंदपाल और खजान सिंह भाई की नई भूमिका से बहुत प्रसन्न हैं। लेकिन घर के सभी सदस्य किसी प्रदर्शन और चर्चा से स्वयं को दूर रखते हैं। अमृत विचार से बातचीत में खेती की बागडोर संभालने वाले भाई खजान सिंह कहते हैं कि वह शुरू से ही लक्ष आधारित काम करते हैं। शायद वही निश्चय उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
नई जिम्मेदारी से भाई अनजान
नगीना। क्षेत्र के गांव बेगमपुर हर्रे उर्फ हुर्रनंगला में एक दिसंबर 1967 को किसान स्व. राम स्वरूप सिंह व भाग्यवती के घर जन्मे धर्मपाल 1986 में विद्यार्थी परिषद से जुड़े। तब बिजनौर में विद्यार्थी परिषद के सह जिला संयोजक बने।1990 में विद्यार्थी परिषद के पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में निकले, जहां इनका केंद्र देहरादून बना। इसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के संयुक्त पश्चिम क्षेत्र के संगठन मंत्री बने। बाद में विद्यार्थी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री बने। गुरुवार को नगीना से करीब आठ किलोमीटर दूर नहटौर रोड स्थित उनके गांव मीडियाकर्मी पहुंचे। बड़े भाई खजान सिंह से धर्मपाल को भाजपा उत्तर प्रदेश का महामंत्री संगठन बनाए जाने के बारे में सवाल पूछा गया तो बोले, मुझे इस सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं है।
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