बिहार की राजनीति में आज का दिन बेहद अहम, बीजेपी कोटे के मंत्री नहीं देंगे इस्तीफा, नीतीश कुमार ने मांगा राज्यपाल से मिलने का समय

बिहार की राजनीति में आज का दिन बेहद अहम, बीजेपी कोटे के मंत्री नहीं देंगे इस्तीफा, नीतीश कुमार ने मांगा राज्यपाल से मिलने का समय

पटना। बिहार की राजनीति में मंगलवार का दिन अति महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में हलचल बढ़ गई है। सत्तारूढ़ दोनों बड़े दलों बीजेपी एवं जदयू के बीच कड़वाहट इतनी बढ़ गई है कि संवाद भी बंद हो चुका है। बताया जा रहा है कि जद(यू) ने बिहार के राज्यपाल फागू …

पटना। बिहार की राजनीति में मंगलवार का दिन अति महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में हलचल बढ़ गई है। सत्तारूढ़ दोनों बड़े दलों बीजेपी एवं जदयू के बीच कड़वाहट इतनी बढ़ गई है कि संवाद भी बंद हो चुका है। बताया जा रहा है कि जद(यू) ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान से समय मांगा। महागठबंधन और JDU के मिलकर बिहार में सरकार बनाने की ख़बरों पर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि अभी बैठक में यही बात होने जा रही है। हमें उम्मीद है ऐसा ही होगी। बैठक के बाद तस्वीर साफ होगी। बिहार को महागठबंधन की जरूरत है। सीएम नीतीश ने राज्यपाल से मिलने के लिए दोपहर 12.30 बजे का समय मांगा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी कोटे के मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे।

JD(U) MLC नीरज कुमार ने कहा कि हमारे नेता के कद को छोटा करने की कोशिश की गई। हमारे नेता नीतीश कुमार का कद कोई छोटा कैसे कर देगा। बैठक में जो फैसला होगा वो आपको बताया जाएगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में अपने दल के सांसदों एवं विधायकों की बैठक मंगलवार को दोपहर 11 बजे बुला ली है। प्रदेश की एनडीए सरकार का भविष्य उसी बैठक में तय हो जाएगा।

माना जा रहा है कि भाजपा से अलग होकर नीतीश नई सरकार का रास्ता निकाल सकते हैं। इस दौरान कांग्रेस ने भी सक्रियता बढ़ा दी है और विधायकों के साथ विमर्श कर नीतीश कुमार को बिना शर्त समर्थन दे दिया है।

जदयू नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बैठक के लिए पहुंचे। भाजपा द्वारा जदयू के विधायक तोड़ने के आरोपों पर जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि बैठक का एजेंडा जाने के बाद पता चलेगा, अभी तो हम बैठक के लिए जा रहे हैं… ये आरोप लगाने वाले ही जवाब दे सकते हैं। ये आरोप निराधार है।

JDU सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने कहा कि हमें लगता है कि बैठक में संगठन के बारे में ही ज्यादा बात होगी, अब विशेष बात क्या होगी ये हम नहीं बता सकते। अभी तक जो भी निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश ने लिया है, वो बिहार की जनता के हित में लिया है, आज भी जो निर्णय लेंगे बिहार के हित में लेंगे।

जेडीयू सांसद संतोष कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ पार्टी के विधायकों और संसदों के साथ एक सामान्य बैठक है, उसी के लिए हम जा रहे हैं। ऐसी बैठक समय समय पर होती रहती है। बता दें कि पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के आवास पर वामपंथी दलों के विधायक भी पहुंचे। यहां राजद विधायक पहले से मौजूद हैं।

भाजपा द्वारा जदयू के विधायक तोड़ने के आरोपों पर जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि बैठक का एजेंडा जाने के बाद पता चलेगा, अभी तो हम बैठक के लिए जा रहे हैं… ये आरोप लगाने वाले ही जवाब दे सकते हैं। ये आरोप निराधार है।

बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन टूटने की अटकलों को लेकर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा है कि बीजेपी को निषाद समाज की हाय लगी है। उन्होंने कहा, “जिन्होंने हमें जलाया…वे खुद जल रहे हैं…हमारे लोग खून-पसीना बहाकर…इस मुकाम तक पहुंचे थे…लेकिन…उन्होंने…(बीजेपी)…हमारा सपना चूर-चूर कर दिया।” बकौल सहनी, बीजेपी की नीति एक समय तक साथ देती है।

ये भी पढ़ें : दिल्ली विधानसभा परिसर में आज होगा ब्रिटिश युग के ‘फांसी घर’ का लोकार्पण