18 July: आज से GST की नई दरें लागू, जनिए क्या हुआ सस्ता … क्या महंगा

18 July: आज से GST की नई दरें लागू, जनिए क्या हुआ सस्ता … क्या महंगा

नई दिल्ली। 18 जुलाई से बैटरी पैक और बिना बैटरी पैक वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर 5% की रियायती जीएसटी दर बनी रहेगी। ट्रक और माल ढोने वाले वाहनों (जिनमें ईंधन की लागत शामिल हो) को किराए पर लेने पर 18% की बजाय 12% जीएसटी लगेगा। वहीं, स्प्लिंट्स जैसे ऑर्थोपेडिक उपकरणों और रोपवे से यात्रियों-सामान को …

नई दिल्ली। 18 जुलाई से बैटरी पैक और बिना बैटरी पैक वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर 5% की रियायती जीएसटी दर बनी रहेगी। ट्रक और माल ढोने वाले वाहनों (जिनमें ईंधन की लागत शामिल हो) को किराए पर लेने पर 18% की बजाय 12% जीएसटी लगेगा। वहीं, स्प्लिंट्स जैसे ऑर्थोपेडिक उपकरणों और रोपवे से यात्रियों-सामान को लेकर आने-जाने पर जीएसटी घटकर 5% होगा।

आज से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो जाएंगी। हाल ही में जीएसटी परिषद ने 18 जुलाई से कई वस्तुओं के दामों में बदलाव किया, जिन्हें खरीदने के लिए अब ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत माल एवं सेवा कर (GST Rates) देना होगा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडाइरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBDT) के नए नोटिफिकेशन के अनुसार, 18 जुलाई से जीएसटी काउंसिल की सिफारिश दरों को लागू किया जा रहा है।

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBDT) के अनुसार, अनाज, दाल और आटे जैसे खाद्य पदार्थों के 25 किलोग्राम वजन तक के सिंगल पैकेट पर जीएसटी लगेगा। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने जीएसटी ऑन प्रीपैकेज्ड एंड लेबल्ड से जुड़ी कई चीजों को स्पष्ट किया है. इसके अनुसार, अगर आटा, चावल जैसी खाने वाली वस्तुओं की पैकिंग लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट 2009 के तहत होती है, तो 25 किलो से अधिक के वजन पर जीएसटी नहीं लगेगा।

ये सामान हुए महंगे
-पैकेज्ड एवं लेबल युक्त दही, लस्सी, पनीर, शहद, अनाज, मांस और मछली खरीदने पर अब 5 फीसद जीएसटी देना होगा।
-अस्पताल में 5,000 रुपये (गैर-आईसीयू) से अधिक किराये वाले कमरे पर 5 फीसद जीएसटी लगेगा।
-चेक बुक जारी करने पर बैंकों की ओर लिए जाने वाले शुल्क पर 18 फीसद जीएसटी।
-होटल के 1,000 रुपये प्रति दिन से कम किराये वाले कमरे पर 12 फीसद जीएसटी।
-टेट्रा पैक पर दर 12 फीसद से बढ़कर 18 फीसद।
-प्रिंटिंग/राइटिंग या ड्रॉइंग इंक, एलईडी लाइट्स, एलईडी लैम्प पर 12 फीसद की जगह 18 फीसद जीएसटी।
-मैप, एटलस और ग्लोब पर 12 फीसद जीएसटी देना होगा।
-ब्लेड, चाकू, पेंसिल शार्पनर, चम्मच, कांटे वाले चम्मच, स्किमर्स आदि पर 18 फीसद जीएसटी। अभी 12 फीसद।
-आटा चक्की, दाल मशीन पर 5 फीसद की जगह 18 फीसद जीएसटी।
-अनाज छंटाई मशीन, डेयरी मशीन, फल-कृषि उत्पाद छंटाई मशीन, पानी के पंप, साइकिल पंप, सर्किट बोर्ड पर 12 फीसद की जगह 18 फीसद जीएसटी।

डेयरी प्रोडक्ट होंगे महंगे
प्री-पैक फूड आइटम जैसे दूध के पैक प्रोडक्ट- दही, लस्सी, पनीर और छाछ कीमतें बढ़ जाएंगी। मछली और मिंट के रेट में भी इजाफा होगा. सरकार इन प्रोडक्टस पर 5 फीसदी जीएसटी वसूलेगी. जीएसटी काउंसिल ने यह फैसला ऐसे समय किया है, जब देश में महंगाई अभी भी कई सालों के उच्च स्तर पर बनी हुई है और दूसरी ओर जीएसटी कलेक्शन बढ़िया हो रहा है।

जानें क्या होगा सस्ता
-उन ऑपरेटरों के लिए माल ढुलाई किराया पर जीएसटी 18 फीसद से कम होकर 12 फीसद रह जाएगी, जहां ईंधन लागत शामिल है।
-डिफेंस फोर्सेज के लिए आयातित कुछ खास वस्तुओं पर आईजीएसटी नहीं लगेगा।
-रोपवे के जरिये यात्रियों और सामान लेकर आने-जाने पर 5 फीसद टैक्स। अभी 18 फीसद है।
-स्प्लिंट्स और अन्य फ्रैक्चर उपकरण, शरीर के कृत्र्मि अंग, बॉडी इंप्लाट्स, इंट्रा ओक्यूलर लेंस आदि पर 12 फीसद की जगह 5 फीसद लगेगा।

बढ़ा है जीएसटी कलेक्शन
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जून महीने में जीएसटी कलेक्शन (GST Collection in June 2022) सालाना आधार पर 56 फीसदी बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह लगातार पांचवां ऐसा महीना रहा, जब सरकार को जीएसटी से एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ. मई में सरकार को जीएसटी से 1.40 लाख करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे।

सपा प्रमुख का तंज
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, “आज से आटा, दही, पनीर से लेकर ब्लेड, शार्पनर, एलईडी, इलाज, सफर…पर जीएसटी की मार आम जनता पर पड़ी है।” उन्होंने लिखा, “जीएसटी का नया मतलब सामने आया है ‘गयी सारी तनख्वाह’।” दरअसल, आज से लस्सी व दही जैसे प्री-पैक्ड सामानों व अनाज समेत अन्य पैक्ड उत्पादों पर जीएसटी लागू हुआ है।


बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने क्या कहा ?
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने दही, छाछ जैसे प्री-पैक्ड व लेबल वाले खाद्य पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाए जाने को लेकर कहा है, “जब राहत देने का वक्त था…तब हम आहत कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “रिकॉर्डतोड़ बेरोज़गारी के बीच लिया गया यह फैसला विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले….संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा।”

जीएसटी दरों में वृद्धि व महंगाई को लेकर विपक्षी सांसदों ने सोमवार को राज्यसभा में हंगामा किया और वेल तक पहुंच गए। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं, राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह व अन्य सांसदों ने संसद भवन में मतदान किया।

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