लखनऊ: छात्रवृत्ति के दुरुपयोग पर मुख्यमंत्री ने की बड़ी कार्रवाई, अपर निदेशक शिक्षा होम्योपैथी निलंबित

लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने यह कार्यवाई होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के तहत निजी शिक्षण संस्थानों में दी जाने वाली छात्रवृत्ति के दुरुपयोग के मामले में की है। बताया जा रहा है कि होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के तत्कालीन कार्यवाहक रजिस्टार को निलंबित कर दिया गया है। …
लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने यह कार्यवाई होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के तहत निजी शिक्षण संस्थानों में दी जाने वाली छात्रवृत्ति के दुरुपयोग के मामले में की है। बताया जा रहा है कि होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के तत्कालीन कार्यवाहक रजिस्टार को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर के आदेश भी दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस पूरे घोटाले की जांच आर्थिक अपराध शाखा द्वारा कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल,होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के तहत निजी शिक्षण संस्थानों में दी जाने वाली छात्रवृत्ति में करोड़ों का घोटाला सामने आया है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। होम्योपैथी निदेशालय के अपर निदेशक शिक्षा और होम्योपैथी मेडिसिन बोर्ड के तत्कालीन कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो. मनोज यादव और बोर्ड के वरिष्ठ लिपिक विनोद कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। संविदा लिपिक दिनेश चंद्र दुबे और सुषमा मिश्रा द्वारा डीएससी का दुरुपयोग करने के मामले में उनकी संविदा समाप्त करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सुनीता मलिक के नाम पर किए गए फर्जीवाड़े के लिए उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि छात्रवृत्ति में हुई वित्तीय अनियमितता तथा आर्थिक क्षति की रिकवरी समाज कल्याण विभाग द्वारा कराई जाएगी, इतना ही नहीं छात्रवृत्ति में हुए फर्जीवाड़े में शिक्षा विभाग तथा समाज कल्याण विभाग के संबंधित उत्तरदाई अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई किए जाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है।
यह भी पढ़ें –