पारदर्शिता के लिये सहकारी समितियों को तकनीक से जोड़ना जरूरी: डॉ. नवनीत सहगल

लखनऊ। सहकारिता के क्षेत्र में काम कर रही सहकारी समितियों को तकनीक के साथ जोड़ा जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी। साथ ही उन समितियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। यह कहना है उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ.नवनीत सहगल का। अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत …
लखनऊ। सहकारिता के क्षेत्र में काम कर रही सहकारी समितियों को तकनीक के साथ जोड़ा जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी। साथ ही उन समितियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। यह कहना है उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ.नवनीत सहगल का।
अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल शनिवार को सहकारिता भवन स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में आयोजित सहकारी संस्थाओं के आधुनिकरण में डिजिटलाइजेशन की भूमिका विषयक कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह तकनीक है,जिसके माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी को मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत बनने वाले उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया। जिसका नतीजा रहा कि बीते समय में करीब एक हजार करोड़ के उत्पाद फ्लिपकार्ट ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए बेचे गए हैं।
उन्होंने कहा कि तकनीक से सहकारी समितियों का आधुनिकरण विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन होने से समितियों के कार्य क्षेत्र में वृद्धि होगी। इससे प्रदेश के विकास में भी वह अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे।
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