एक बार फिर से

पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। चीन में दिन ब दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। कोविड की तीसरी लहर नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। चीन में रोजाना कोरोना के रिकार्ड मामले सामने आ रहे हैं। भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर दस्तक दे रहा …
पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। चीन में दिन ब दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। कोविड की तीसरी लहर नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। चीन में रोजाना कोरोना के रिकार्ड मामले सामने आ रहे हैं। भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर दस्तक दे रहा है। देश में अब चौथी लहर को लेकर डर सताने लगा है।
नोएडा गाजियाबाद में लगातार संक्रमित हो रहे छात्रों की बात करें तो पिछले 4 दिनों में 38 छात्र कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। जबकि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,007 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4.3 करोड़ चुकी है।
ओमिक्रान वैरिएंट दुनियाभर में संक्रमण का प्रमुख वैरिएंट बना हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि वह कोरोना वायरस के ओमिक्रान वैरिएंट के कई वंशानुगत स्वरूपों पर नजर रख रहा है, जिसमें दो सब वैरिएंट भी शामिल हैं। इन वैरिएंट में प्रतिरक्षा प्रणाली से बच निकलने की क्षमता के साथ अतिरिक्त म्यूटेशंस होते हैं। कोविड-19 का नया एक्सई वैरिएंट 8 देशों में कहर बरपा रहा है।
फिलहाल इससे घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसे देशों से आने वाले लोगों की जांच जरूरी है। इस बीच कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा है कि पूर्वानुमान संबंधी शोध से पता चलता है कि कोरोना की चौथी लहर जून-जुलाई में शुरू हो जाएगी जो सितंबर तक चलेगी।
याद रहे देश में 7 अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और 5 सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे। देश ने दूसरी लहर के दौरान तबाही का मंजर देखा। उसके बाद व्यापक रूप से चले टीकाकरण अभियान से समय रहते ही तीसरी लहर पर काबू पा लिया गया।
देशव्यापी वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक 186.22 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। टीकाकरण के चलते ही ओमिक्रान से देश में आई तीसरी लहर की गंभीरता को कम करने में बहुत मदद मिली। जबकि कई देशों में इसका काफी असर रहा। समझना होगा कि महामारी अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है, इसलिए सभी को सावधानी बरतनी होगी। मास्क अभी भी जरूरी है और इसमें अभी कोई ढिलाई बरतने से बचना चाहिए।
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