विश्व गौरैया दिवस: गौरैया को बचाने के लिए कर रहे मेहनत, जगह-जगह चल रहा जागरूकता कार्यक्रम

बहराइच। विलुप्त हो रही गौरैया को बचाने के लिए कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष और दोनों पैर से विकलांग मिथिलेश जिले में अभियान चला रहे हैं। बॉक्स बनवाकर जहां लोगों में वितरण कर रहे हैं। वहीं स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाकर गौरैया संरक्षण पर बच्चों के साथ बड़ों को जागरूक कर रहे हैं। 20 मार्च …
बहराइच। विलुप्त हो रही गौरैया को बचाने के लिए कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष और दोनों पैर से विकलांग मिथिलेश जिले में अभियान चला रहे हैं। बॉक्स बनवाकर जहां लोगों में वितरण कर रहे हैं। वहीं स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाकर गौरैया संरक्षण पर बच्चों के साथ बड़ों को जागरूक कर रहे हैं।
20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस जिले भर में मनाया जा रहा है। तराई क्षेत्र होने के बाद भी बहराइच जनपद से गौरैया का संरक्षण नहीं हो पा रहा है। इसको देखते हुए कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष भगवान दास लखमानी आगे आए। लखमानी सदस्यों की टीम के साथ बॉक्स का वितरण लोगों में निःशुल्क कर रहे हैं। साथ ही वह अपने घर के बाहर और छत पर बॉक्स रख कर उसमें दाना डालते हैं। अब चिड़िया बॉक्स में आकर चहचहा रही हैं।
भगवान दास लखमानी ने बताया कि वह दुकान का संचालन करते हैं। लेकिन फिर भी समय निकाल कर जागरूकता कार्यक्रम के साथ बॉक्स में दाना डालना नहीं छोड़ते हैं। बलहा विकास खंड के भाज्जा पुरवा गुलरा गांव निवासी मिथिलेश जायसवाल दोनों पैर से विकलांग हैं। इसके बाद भी पर्यावरण और गौरैया संरक्षण को लेकर उत्सुकता है। मिथिलेश बॉक्स बनवाकर कम पैसों में लोगों को वितरण करते हैं। साथ ही नेहरू युवा केंद्र या शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में भी लोगों को जागरूक करते हैं। मिथिलेश के घर और द्वार पर इस समय काफी संख्या में गौरैया और मैना चिड़िया विचरण कर रही हैं।
दो दिन पूर्व आकाशवाणी में हुई रिकॉर्डिंग
मिथिलेश जायसवाल को लखनऊ आकाशवाणी की ओर से आमंत्रित किया गया था। जिसमें गौरैया संरक्षण पर उनके टिप्स को अवधी भाषा में रिकॉर्ड कर शनिवार शाम को प्रसारण प्रदेश भर में किया गया।
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