मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने वालों की बजी घंटी, कांग्रेस को धकेल कर एआईएमआईएम चौथे स्थान पर काबिज

मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने वालों की बजी घंटी, कांग्रेस को धकेल कर एआईएमआईएम चौथे स्थान पर काबिज

सौरभ/अमृत विचार। मुस्लिमों को वोट बैंक समझ कर चुनावी रणनीति बनाने वालों के लिए हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने खतरे की घंटी बजा दी है। विधान सभा चुनाव में एआईएमआईएम में न केवल बड़ी संख्या में मतदाताओं को जोड़ कर एक कॉडर खड़ा किया है, बल्कि ईवीएम का बटन दबा कर जिले में तीसरी …

सौरभ/अमृत विचार। मुस्लिमों को वोट बैंक समझ कर चुनावी रणनीति बनाने वालों के लिए हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने खतरे की घंटी बजा दी है। विधान सभा चुनाव में एआईएमआईएम में न केवल बड़ी संख्या में मतदाताओं को जोड़ कर एक कॉडर खड़ा किया है, बल्कि ईवीएम का बटन दबा कर जिले में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी होने का तमगा भी हासिल किया है।

इस प्रदर्शन का असर भी हुआ है। इसका असर यह हुआ कि समाजवादी पार्टी के हाथ से नगर विधान सभा सीट निकल गई। जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी तीसरे से खिसक कर चौथे स्थान पर पहुंच गई है। ओवैसी जब अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रहे थे, उसी समय साफ हो गया था कि मुस्लिम वोट बंटेगा। बावजूद इसके समाजवादी पार्टी के रणनीतिकार इसे हल्के में ले रहे थे। उनको भरोसा था कि भाजपा को हराने के लिए मुस्लिमों के पास सपा के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

मतगणना की रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि सपा के रणनीतिकारों से भारी चूक हुई है। ठीक यही स्थिति कांग्रेस के साथ भी रही। कभी देश पर राज करने वाली कांग्रेस इस समय अपने वजूद को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है। पिछले चुनाव तक कांग्रेस लड़ाई में शामिल होती थी, कम से कम तीसरे स्थान पर तो कब्जा हो ही जाता था, लेकिन एआईएमआईएम के आने के बाद यह तीसरा स्थान भी अब कांग्रेस के पास नहीं बचा है।

जिले की राजनीति में एआईएमआईएम का प्रवेश
जिले की राजनीति में एआईएमआईएम का शानदार प्रवेश हुआ है। एआईएमआईएम ने यहां छह में से पांच विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इनमें से मुरादाबाद नगर सीट से प्रत्याशी वकी रसीद ने 2661 वोट हासिल किए हैं। बिलारी से प्रत्याशी खालिद जमा ने 9235, मुरादाबाद ग्रामीण से मोहिद ने 2380 तो कुंदरकी से वारिश ने 14251 वोट झटक लिए हैं।

नोटा ने भी जुटाए चार अंकों में वोट
कई प्रत्याशियों के वोट भले ही तीन अंकों में सिमट गए, लेकिन जिले की सभी छह विधानसभा सीटों पर नोटा को खूब वोट मिले हैं। हर जगह नोटा को चार अंको में वोट मिले हैं। मुरादाबाद नगर में 1400, बिलारी में 1417, कांठ में 1031, देहात में 1071, ठाकुरद्वारा में 1061 और कुंदरकी में 1787 वोट नोटा को मिले हैं।

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