बरेली: कोरोना योद्धा होने के बावजूद नहीं मिल रही सुविधाएं

बरेली, अमृत विचार। कोरोना संक्रमण के खतरे के बावजूद कोरोना योद्धा सफाई कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। इसके अलावा आचार संहिता लागू होने की बात कहते हुए उनकी कई सुविधाओं और बकाया भुगतान पर रोक लगा दी गई है। इसे लेकर उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ ने …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना संक्रमण के खतरे के बावजूद कोरोना योद्धा सफाई कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। इसके अलावा आचार संहिता लागू होने की बात कहते हुए उनकी कई सुविधाओं और बकाया भुगतान पर रोक लगा दी गई है। इसे लेकर उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ ने नाराजगी जताते हुए इन मामलों को नगर आयुक्त तक पहुंचा दिया है।
शासनादेश के तहत नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को साल में चार बार झाड़ू, पल्ला, फावड़ी, तौलिया, साबुन, जूता आदि मिलने चाहिए लेकिन पिछले दो साल में कर्मचारियों को केवल झाड़ू का ही वितरण हो सका है। इससे कोरोना काल में सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। सफाई कर्मचारी संघ ने यह मामला भी उठाया है कि नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को उनके डीए के एरियर का भुगतान व्यवस्थानुसार नहीं किया जा रहा है।
राज्य चुनाव आयोग के जारी आचार संहिता गाइड लाइन के तहत बिंदु संख्या-एक से 29 तक नगर निकायों में कार्यरत कर्मचारियों को एसीपी, पेंशन उत्पादन, मृतक कर्मचारियों के अवशेष भुगतान और मृतक आश्रित नियुक्तियों पर कोई रोक नहीं लगाई गई है लेकिन नगर निगम बरेली द्वारा निर्वाचन आयोग का हवाला देकर कर्मचारियों को देयों, एसीपी, मृतक व सेवानिवृत्त कर्मचारियों के समस्त भुगतान और मृतक आश्रित की नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई है, उसे तत्काल हटाकर भुगतान व नियुक्तियां कराई जाएं। संघ के जिलाध्यक्ष विजय कुमार मन्नू, महानगर अध्यक्ष राजेश कुमार, जिला महासचिव राजेंद्र समदर्शी सहित कई पदाधिकारियों ने यह मामला नगर आयुक्त तक पहुंचा दिया है।