आपकी आईडी पर अगर नौ से अधिक रजिस्टर्ड हैं सिम कार्ड हैं तो चुटकियों में ऐसे करें पता

आप अपनी आईडी पर एक साथ नौ 9 सिम कार्ड चला सकते हैं, लेकिन इससे अधिक नंबर आपकी आईडी पर रजिस्टर्ड हैं तो आप जांच के दायरे में आ सकते हैं। बता दें कि वर्ष 2018 तक सिम लेने के लिए पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड जरूरी था लेकिन अब यह नियम समाप्त …
आप अपनी आईडी पर एक साथ नौ 9 सिम कार्ड चला सकते हैं, लेकिन इससे अधिक नंबर आपकी आईडी पर रजिस्टर्ड हैं तो आप जांच के दायरे में आ सकते हैं। बता दें कि वर्ष 2018 तक सिम लेने के लिए पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड जरूरी था लेकिन अब यह नियम समाप्त कर दिया गया है। अब आप चाहें तो नया सिम कार्ड लेने के लिए पहचान पत्र के रूप में वोटर कार्ड भी दे सकते हैं।ऐसे में कई बार हम एक से अधिक सिम कार्ड अपने नाम पर ले लेते हैं लेकिन प्रयोग ना होने की स्थिति में उसे भूल जाते हैं।
ऐसे ऐसे में आपके सामने प्रश्न ये आता है कि आखिर किस तरीके से पता लगाया जाए कि आपके आईडी कार्ड पर कितने सिम कार्ड रजिस्टर्ड है। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने एक पोर्टल की शुरूआत की है। जिसका नाम उन्होंने telecom Analytics for fraud management and consumer protection या TAFCOP रखा है । इस पोर्टल से आप पता लगा सकते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड चल रहे हैं। इसी के साथ ही सिम होल्डर के नाम की भी पुष्टि हो जाएगी और सिम होल्डर को इस बात की जानकारी भी नहीं होगी।
दूरसंचार विभाग ने लॉन्च किया है सिम कार्ड चेक करने के लिए पोर्टल
दूरसंचार विभाग ने tafcop.dgtelecom.gov.in डोमेन से एक पोर्टल लॉन्च किया है जिस पर जाकर आप आसानी से ये पता कर सकता है कि आपके नाम पर कितने sim registered किये गये हैं। इस पोर्टल पर चालू सभी मोबाइल नंबर का डाटाबेस अपलोडेड कर दिया गया है। इससे के माध्यम से स्पैम और फ्रॉड पर लगाम लगाने का भी प्रयास किया गया है। सरकार द्वारा लांच किए गए इस पोर्टल से ऐसे लोगों ने मदद मांगी, जो लोग जानना चाहते हैं कि कितने सिम उनके नाम पर चल रहे हैं, इतना ही नहीं यदि कोई नंबर है, जो आपकी जानकारी में नहीं है तो उसको आप ब्लॉक भी कर सकते हैं।
सिम कार्ड को ऐसे करें चेक और ब्लॉक
1- सबसे पहले आप https://www.tafcop.dgtelecom.gov.in/ वेबसाइट पर आप जाएं और वहां पर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। जिसके बाद आपके पास एक one time password (OTP) आएगा।
2- ओटीपी को सब्मिट करने के बाद ही एक लिस्ट दिखाई देगी, जहां से आपको पता चल पाएगा कि आखिर आपके आधार पर कितने नंबर दर्ज किये गये हैं।
3- फिर जो नंबर आप इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं, उसको तुरंत ब्लॉक कर दीजिए।
4- कंज्यूमर को एक ट्रैकिंग आईडी मिलेगी, इससे पता लगाया जा सकता है कि आपके आधार पर अवैध नंबर देने वाले के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है?
बता दें कि बीते साल अप्रैल माह में इस पोर्टल को दूर संचार विभाग द्वारा लॉन्च किया गया था, इस समय आधार पर फ्रॉड नंबर रजिस्टर्ड कराने के मामले सामने आ रहे थे।
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