मुरादाबाद : कांठ प्रकरण में अब 29 नवंबर को होगी सुनवाई

मुरादाबाद, अमृत विचार। कांठ बवाल में भाजपाइयों पर दर्ज मुकदमे में मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी। कैबिनेट मंत्री व नगर विधायक द्वारा हाजिरी माफी का प्रार्थना पत्र देने के कारण कोर्ट ने सुनवाई टाल दी। अब इस मामले में 29 नवंबर को सुनवाई होगी। इस मामले में सभी गवाहों के बयान दर्ज हो चुके …
मुरादाबाद, अमृत विचार। कांठ बवाल में भाजपाइयों पर दर्ज मुकदमे में मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी। कैबिनेट मंत्री व नगर विधायक द्वारा हाजिरी माफी का प्रार्थना पत्र देने के कारण कोर्ट ने सुनवाई टाल दी। अब इस मामले में 29 नवंबर को सुनवाई होगी। इस मामले में सभी गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं।
क्या है कांठ प्रकरण
मामला करीब जुलाई 2014 का है। सपा सरकार में कांठ के अकबरपुर चेंदरी गांव में बवाल हुआ था। गांव में लाउड स्पीकर बजाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। 4 जुलाई को एक पक्ष ने महापंचायत बुलाई थी। महापंचायत के दौरान फिर बवाल हो गया था। भीड़ ने पथराव किया तो बचाए में आए पुलिस कर्मियों ने लाठी चार्ज कर दिया। रेल यातायात भी घंटों के लिए प्रभावित हो गया था। पथराव और मारपीट में पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के अलावा तमाम लोग चोटिल हो गए थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने बवाल पर काबू पाया था। इस मामले में दर्ज तीन एफआईआर में पंचायती राज्यमंत्री भूपेंद्र सिंह, शहर विधायक रितेश गुप्ता समेत 65 भाजपाइयों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मौजूदा समय में इस मामले में अभियोजन की ओर से सभी 24 गवाहों के बयान दर्ज कराए जा चुके हैं।
हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र देने के कारण सुनवाई टली
इस मामले में मंगलवार को फिर एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई। मंगलवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश होना था। लेकिन कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह व नगर विधायक रितेश गुप्ता ने महानगर से बाहर होने का हवाला देते हुए कोर्ट में अपने अधिवक्ता के माध्यम से हाजिरी माफी का प्रार्थना पत्र दिया। जिस पर कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 29 नवंबर की तारीख नियत की है।