मिशन 2022: बदले हालात को को लेकर जेपी नड्डा ने किया चुनावी रणनीति पर मंथन

लखनऊ। चुनाव से पूर्व हुए दो सर्वेक्षणों में भाजपा की सरकार प्रदेश में लौटती बताई जा रही है। हालांकि इसमें भाजपा की सीटें घटने का अनुमान है तो सपा से सीधी टक्कर भी नजर आ रही है। उधर, जिस किसान आंदोलन को प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद खत्म होने का अनुमान था, वह बरकरार है। …
लखनऊ। चुनाव से पूर्व हुए दो सर्वेक्षणों में भाजपा की सरकार प्रदेश में लौटती बताई जा रही है। हालांकि इसमें भाजपा की सीटें घटने का अनुमान है तो सपा से सीधी टक्कर भी नजर आ रही है। उधर, जिस किसान आंदोलन को प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद खत्म होने का अनुमान था, वह बरकरार है। ऐसे में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाए? इस विषय पर भाजपा कोर कमेटी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंथन किया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दो दिन के प्रवास पर सोमवार को उत्तर प्रदेश आए हैं। पहले दिन उन्होंने गोरखपुर में बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित किया और मंगलवार को वह कानपुर में भी ऐसे ही सम्मेलन को संबोधित करेंगे। गोरखपुर से शाम को लखनऊ लौटते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सीधा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के अलावा प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ उनकी बैठक शुरू हो गई।
सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रत्याशी चयन में बरती जाने वाली सावधानियों से लेकर विपक्ष की तैयारियों की काट पर भी चर्चा हुई। यह माना गया कि भाजपा सबसे आगे है, लेकिन अंत तक यही रफ्तार बनी रहे, इसके लिए मतदान तक किसी तरह की ढील नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जिले से लेकर बूथ तक संगठन को निरंतर सक्रिय रखना होगा।
बैठक में यह भी कहा गया कि किसी भी संवेदनशील विषय पर पार्टी प्रवक्ताओं से लेकर बड़े नेता तक बेहद सावधानी से बोलें और पार्टी लाइन का इंतजार करें। यह संदेश हर स्तर पर दिया जाए। क्योंकि विपक्ष ऐसे मुद्दों को लपक सकता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सबसे अच्छा शासन चलाने और सर्वाधिक संगठित और विशाल संगठन के कारण भाजपा की जीत सुनिश्चित है।
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