बरेली: गुट बनाकर रंजिशन की किसान की हत्या, फिर मिटाए सबूत

बरेली, अमृत विचार। किसान की हत्या के बाद शव के टुकड़ों को अलग-अलग खेतों में फेंक कर हत्यारोपियों ने वारदात के निशान मिटाने की भरपूर कोशिश की लेकिन कामयाब न हो सके। वहीं हत्या की जांच में जुटी नबावगंज पुलिस की शुरूआती जांच में कई बातें सामने आई हैं। मामले में नामजद चारों हत्यारोपियों की …
बरेली, अमृत विचार। किसान की हत्या के बाद शव के टुकड़ों को अलग-अलग खेतों में फेंक कर हत्यारोपियों ने वारदात के निशान मिटाने की भरपूर कोशिश की लेकिन कामयाब न हो सके। वहीं हत्या की जांच में जुटी नबावगंज पुलिस की शुरूआती जांच में कई बातें सामने आई हैं। मामले में नामजद चारों हत्यारोपियों की का ओमकार से अलग-अलग बात को लेकर विवाद था। कई विवादों में रंजिश रखने वाले चारों लोगों द्वारा किसान की हत्या की वारदात को अंजाम दिए जाने का अंदेशा पुलिस द्वारा लगाया जा रहा है। वहीं किसान की निर्मम हत्या के बाद से ही फरार चारों आरोपियो की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है।
नबावगंज थाना क्षेत्र के ढकिया खैरुद्दीन गांव के रहने वाले किसान ओमकार (45) की उनके ही गांव के रहने वाले कन्हई लाल, उसके बेटे अमित, एवरन व मुकुल ने निर्मम हत्या कर दी। वारदात इतनी भयानक थी कि आरोपियों ने हत्या के बाद शव के टुकड़ों को गन्ने के अलग-अलग खेतों में फेंक कर झाड़ियों में छिपा दिया था। पूरे शव को ढूंढने के लिए पुलिस और डॉग स्कवाड की टीम को भी करीब चार घंटे का समय लग गया था।
वहीं शनिवार की देर शाम ओमकार की पत्नी तारावती की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर चारों हत्यारोपियों के खिलाफ नबावगंज पुलिस ने हत्या करने व हत्या के साक्ष्य मिटाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की। मामले की शुरूआती जांच में कई तरह की हैरान कर देने वाली बातें भी सामने आई हैं। पुलिस के मुताबिक चारों हत्यारोपियों से ओमकार की अलग-अलग बातों को लेकर आपसी विवाद व रंजिश थी, इसी के चलते चोरों आरोपियों द्वारा एक साथ मिलकर ओमकार की हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि पहले आरोपी कन्हई लाल की पत्नी के साथ ओमकार के अवैध संबंध थे, जिसकी वजह से करीब 20 दिन पहले कन्हई लाल और उसके बेटे अमित से ओमकार का विवाद भी हुआ था। वहीं तीसरे आरोपी एवरन से ओमकार की चुनावी रंजिश बताई जा रही है। ग्राम प्रधानी के चुनाव से ही दोनों के बीच में विवाद चल रहा था। वहीं चौथे आरोपी मुकुल के खिलाफ ओमकार के रिश्तेदार ने दुष्कर्म की धारा में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसकी पैरवी ओमकार कर रहा था। अंदेशा जताया जा रहा है कि चोरों आरोपियों ने रंजिशन एक साथ मिलकर ओमकरा की हत्या को अंजाम दिया है।
नहीं मिली साइकिल व चप्पल
पुलिस और फॉरेंसिक टीम के साथ-साथ डॉग स्क्वाड भी लगातार घटना स्थल पर ओमकार के शव व सामान की तलाश में जुटी थी। कई खेतों से शव के टुकड़े और कपड़े तो बरामद हुए लेकिन ओमकार की साइकिल और चप्पलों का कुछ भी पता अभी तक नहीं चल सका है। वहीं घटना स्थल के आस-पास कहीं भी हत्या के लिहाज से इस्तेमाल किए जाने वाला कोई हथियार भी बरामद नहीं हुआ है।