बरेली: रिश्वत मांगने के आरोप में निंलबित जेई 20 दिन बाद बहाल

बरेली: रिश्वत मांगने के आरोप में निंलबित जेई 20 दिन बाद बहाल

बरेली, अमृत विचार। नए बिजली कनेक्शन पर पांच सौ रुपये की रिश्वत मांगने की फोन पर बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद फरीदपुर सब स्टेशन पर तैनात जेई अश्वनी वर्मा को निलंबन कर दिया गया था। कार्रवाई के 20 दिन बाद ही उन्हें बहाल कर दिया गया है। अब जेई को फरीदपुर से हटाकर …

बरेली, अमृत विचार। नए बिजली कनेक्शन पर पांच सौ रुपये की रिश्वत मांगने की फोन पर बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद फरीदपुर सब स्टेशन पर तैनात जेई अश्वनी वर्मा को निलंबन कर दिया गया था। कार्रवाई के 20 दिन बाद ही उन्हें बहाल कर दिया गया है। अब जेई को फरीदपुर से हटाकर फतेहगंज पूर्वी में भेजा गया है।

पिछले माह फरीदपुर बिजलीघर पर तैनात जेई अश्विनी वर्मा और लाइनमैन के बीच फोन पर बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें जेई नए कनेक्शन के बदले ली गई रिश्वत में कम हिस्सा मिलने पर नाराजगी जता रहे थे। ऑडियो में जेई कह रहे थे कि उसे हर कनेक्शन पर 500 रुपये चाहिए। ऑडियो वायरल होने के बाद अधीक्षण अभियंता ग्रामीण ने मामले की जांच कराई थी। जेई के बयान भी लिए गए थे। प्रथम दृष्टया जांच में जेई के दोषी साबित होने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया।

इस मामले में सबस्टेशन पर तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर शिवम और लाइनमैन सोबरन सिंह पर भी कार्रवाई की गई थी। दोनों पर वसूली के खेल में जेई का साथ देने का आरोप था। निलंबन अवधि में जेई को अधिशासी अभियंता द्वितीय के कार्यालय में संबद्ध किया गया था लेकिन अधिकारियों ने निलंबित जेई अश्वनी वर्मा को 20 दिन के अंदर ही बहाल कर दिया। ऐसे में अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी उन्हें बहाल कैसे किया गया। जेई को बहाली के बाद फतेहगंज पूर्वी के गांव पढ़ेरा में नई तैनाती दी गई है।

फरीदुपर अवर अभियंता को बहाल कर दिया गया है। उन्हें अब नई तैनाती फतेहगंज पूर्वी में दी गई है। — अशोक चौरसिया, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण