बरेली: मलिन बस्ती में गंदगी का अंबार, हाल बेहाल

बरेली: मलिन बस्ती में गंदगी का अंबार, हाल बेहाल

बरेली, अमृत विचार। आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन-प्रशासन नित नए प्रयास कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ये दावा भी किया जाता है कि वो शहर से गांव तक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। शहर व ग्रामीण क्षेत्र की मलिन बस्ती और झुग्गी झोपड़ियों …

बरेली, अमृत विचार। आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन-प्रशासन नित नए प्रयास कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ये दावा भी किया जाता है कि वो शहर से गांव तक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। शहर व ग्रामीण क्षेत्र की मलिन बस्ती और झुग्गी झोपड़ियों तक में रह लोगों को धरातल पर स्वास्थ्य की सभी योजनाएं पहुंचाई जा रही हैं। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल इतर है।

शहर के बीचों-बीच बाकरगंज में कूड़े के पहाड़ के बीच जिंदगी जीने वाले लोगों को भी वायरल बुखार ने जकड़ना शुरु कर दिया है। स्थानीय लोगों के अनुसार आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के नियमित दौरे न होने के चलते यहां रहने वाले लोगों को आज भी स्वास्थ्य की प्रमुख योजनाओं और अभियान का लाभ नही मिल पा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि छिड़काव नहीं होने से बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है।

लोगों की ओर से नगर निगम के अधिकारियों से बात करने पर बात स्वास्थ्य विभाग की ओर से ठीकरा फोड़ दिया जाता है। रविवार को शहर की मलिन बस्ती बाकरगंज की पड़ताल की गई तो यहां रहने वाले घनी आबादी के बीच खुले कूडों के ढेर से लोग परेशान हैं। इनसे फैल रही गंदगी तरह-तरह की संक्रामक बीमारियों को न्योता दे रही है। हाल यह है कि आसपास के खाली पड़े घरों में बेरोकटोक गोबर व अन्य गंदगी फेंक रहे हैं। गंदगी के ढेर से मच्छरों के प्रकोप ने लोगों का सुख चैन छीन लिया है। साथ ही बीमारी फैलने का भी अंदेशा बना है।

मलिन बस्तियों और झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों लोगों को टीकाकरण, परिवार नियोजन और संचारी रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। साथ ही इन बस्तियों में आशा और एएनएम की पहुंच भी बढ़ाई जाएगी। -डा. बलवीर सिंह, सीएमओ।