मुरादाबाद: बारिश के बाद रामगंगा नदी में जलस्तर बढ़ा, बाढ़ चौकियों को किया सक्रिय

मुरादाबाद: बारिश के बाद रामगंगा नदी में जलस्तर बढ़ा, बाढ़ चौकियों को किया सक्रिय

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तराखण्ड में बारिश के बाद ओवरफ्लो होने की कगार पर पहुंचे कालागढ़ डैम से पानी छोड़ने के संकेत मिलने के बाद मंडल के अफसरों सतर्क हो गए हैं। भले ही रामगंगा नदी का जलस्तर से अभी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे चल रहा है लेकिन डैम से पानी छोड़ा गया …

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तराखण्ड में बारिश के बाद ओवरफ्लो होने की कगार पर पहुंचे कालागढ़ डैम से पानी छोड़ने के संकेत मिलने के बाद मंडल के अफसरों सतर्क हो गए हैं। भले ही रामगंगा नदी का जलस्तर से अभी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे चल रहा है लेकिन डैम से पानी छोड़ा गया तो रामगंगा में पानी खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है। बांध से पानी छोड़ने का संकेत मिलते ही अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। जिले की सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है।

चौकी पर तैनात अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि पानी छोड़ने संबंधी हर सूचना को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र का निरीक्षण करें। जरूरत पड़ने पर जन-धन की हानि को रोकने के लिए नदी किनारे बसे गांवों में रहने वाले ग्रामीणों को जागरुक भी किया जाएगा। हालांकि रामगंगा नदी में पानी छोड़ने को लेकर बाढ़ नियंत्रण आयोग के अफसर लगातार बांध प्रशासन के संपर्क में हैं।

रामगंगा नदी में आने वाली बाढ़ हर साल क्षेत्र में नुकसान करती है। खासतौर पर किनारे के गांवों में सबसे अधिक नुकसान होता है। खेतों में घुसने वाला पानी सैकड़ों एकड़ फसल को बर्बाद कर देता है। हालांकि इस बार मानसून काफी हल्का रहा। पांच साल की अपेक्षा इस बार सावन में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। जुलाई में दो दिन कुछ घंटे हुई मूसलाधार बारिश के कारण भोजपुर थाना क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया था। सड़क व खेतों में भरे पानी के कारण जहां लोगों का निकलना दुश्वार हो गया था तो वहीं धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। खेतों में भरे बाढ़ के पानी में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई थी। इसके बाद मानसून की बेरुखी के कारण रामगंगा नदी का जलस्तर काफी घट गया था।

बारिश से ओवरफ्लो होने लगा कालागढ़ डैम, अफसर अलर्ट
सावन के बाद मानसून ने उत्तराखण्ड में करवट बदली है। पहाड़ में होने वाली बारिश के कारण उत्तराखंड स्थित कालागढ़ बांध ओवरफ्लो होने की कगार पर है। इसी वजह से करीब एक सप्ताह पहले बांध प्रशासन ने मुरादाबाद व बरेली मंडल के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया था। स्पष्ट संकेत दिए थे कि बांध से पानी छोड़ने के बाद रामगंगा नदी में बाढ़ आना तय है। बीच में कई दिनों तक बारिश न होने पर नदी का जलस्तर कम हुआ था। फिर से बारिश हुई तो जिले के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। बांध से पानी छोड़ने के संकेत मिलने के बाद तहसील अफसरों से लेकर बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। पानी छोड़ने से संबंधित हर सूचना को गंभीरता से लेने के आदेश दिए गए हैं। वहीं जरूरत पड़ने पर नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों को पुलिस-प्रशासनिक अफसर जन-धन हानि को रोकने के लिए जागरुक करेंगे।

कंट्रोल रूम के इन नंबरों पर दें बाढ़ की सूचना
जिला कंट्रोल रू         0591-2412728, 9454416867 या फिर टोल फ्री नंबर 1077
मुरादाबाद                 0591 2971370, 9454416887
ठाकुरद्वारा                0591-2241221
बिलारी                     0591-270011
कांठ                        0591-2220116

बाढ़ चौकियों के साथ ही तहसील अफसरों को अलर्ट कर दिया गया है। नदी के किनारे के गांवों की नियमित निगरानी करने के आदेश दिए गए हैं। शैलेंद्र कुमार सिंह, डीएम