उदयपुर घटना पर बोले अजमेर दरगाह दीवान, “मुसलमान कभी भी भारत में तालिबानी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे”

उदयपुर घटना पर बोले अजमेर दरगाह दीवान, “मुसलमान कभी भी भारत में तालिबानी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे”

नई दिल्ली। अजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने उदयपुर में एक दर्जी की हत्या किए जाने की घटना की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि भारत के मुसलमान देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे। उदयपुर में मंगलवार 28 जून को दो लोगों ने धारदार हथियार से एक दर्जी …

नई दिल्ली। अजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने उदयपुर में एक दर्जी की हत्या किए जाने की घटना की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि भारत के मुसलमान देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे। उदयपुर में मंगलवार 28 जून को दो लोगों ने धारदार हथियार से एक दर्जी की हत्या कर दी और उसका वीडियो सार्वजनिक करते हुए कहा कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं। अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान खान ने एक बयान में कहा कि कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढावा नहीं देता है विशेष रूप से इस्लाम धर्म में सभी शिक्षाएं शांति के स्त्रोत के रूप में कार्य करती हैं। खान ने कहा कि आरोपी कुछ कट्टरपंथी समूहों का हिस्सा थे जो हिंसा के रास्ते से ही समाधन ढूंढते हैं।

मौलाना हकीमुद्दीन ने की घटना की निंदा
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने भी हत्या की घटना की निंदा की है। उन्होंने एक बयान में कहा कि जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है। हमारे देश में क़ानून की व्यवस्था है, किसी को भी क़ानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने इस अवसर पर देश के सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की।

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