Vande Bharat Express Accident: वंदे भारत एक्सप्रेस हादसे का शिकार, फ्रंट का हिस्सा क्षतिग्रस्त

Vande Bharat Express Accident: वंदे भारत एक्सप्रेस हादसे का शिकार, फ्रंट का हिस्सा क्षतिग्रस्त

नई दिल्ली। मुंबई सेंट्रल से गांधीनगर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन एक हादसे का शिकार हो गई। दरअसल, यह ट्रेन वटवा और मणिनगर स्टेशन के पास जानवरों के झुंड से टकरा गई। ये ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के लिए आ रही थी। इस हादसे में वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का आगे का हिस्सा टूट …

नई दिल्ली। मुंबई सेंट्रल से गांधीनगर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन एक हादसे का शिकार हो गई। दरअसल, यह ट्रेन वटवा और मणिनगर स्टेशन के पास जानवरों के झुंड से टकरा गई। ये ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के लिए आ रही थी। इस हादसे में वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का आगे का हिस्सा टूट गया।

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जानकारी के अनुसार मणिनगर और वटवा स्टेशन के बीच जब ट्रेन गुजर रही थी तभी अचानक रेल पटरी पर भैसों का एक झुंड आ गया। भैंसों के झुंड से टक्कर के चलते ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि ट्रेन का कोई ऐसा पार्ट क्षतिग्रस्त नहीं हुआ जिससे ट्रेन के परिचालन पर असर पड़े।

20 मिनट तक रुकी रही ट्रेन
अहमदाबाद रेलवे  PRO जीतेन्द्र जयंत के मुताबिक सुबह सवा 11 बजे के करीब ये हादसा हुआ। हादसे के बाद ट्रेन को 20 मिनट रोकना पड़ा। फिलहाल ट्रेन को ठीक करके रवाना कर दिया गया। इस वंदे भारत ट्रेन को 30 सितंबर को हरी झंडी दिखाई गई थी। यह ट्रेन 180 से 200 किमी/ प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।

भारत की तीसरी वंदे भारत ट्रेन
यह देश में तीसरी वंदे भारत ट्रेन है। इससे पहले नई दिल्ली और वाराणसी तथा नई दिल्ली और माता वैष्णो देवी कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। यह ट्रेन गांधीनगर से अहमदाबाद होते हुए मुंबई तक जाती है फिर वापस इसी रूट से होकर गांधीनगर वापस आती है।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस
बता दें कि वंदे भारत ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं।

मोदी ने दिखाई थी हरी झंडी
गौरतलह है कि नई वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर को हरी झंडी दिखाई थी। उन्होंने गांधीनगर से लेकर अहमदाबाद तक इसमें यात्रा भी की थी। इस ट्रेन के हर कोच में बैक्टीरिया फ्री एयर कंडीशनिंग रहेगी। आपातकालीन स्थिति के लिए हर कोच में चार लाइट लगी हैं। वहीं, लोकोपायलट और यात्रियों के बीच कम्यूनिकेशन के लिए भी सुविधा है।

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