उत्तराखंड: चार धाम यात्रा के पहले 45 दिनों के लिए यात्रियों की संख्या हुई निर्धारित, जानें- किस धाम पर कितने श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन

हल्द्वानी, अमृत विचार। देवभूमि में तीन मई से चार धाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। कोविड महामारी के दो साल बाद चार धाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। ऐसे में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में राज्य सरकार ने क्षमता के अनुसार श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी है। …
हल्द्वानी, अमृत विचार। देवभूमि में तीन मई से चार धाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। कोविड महामारी के दो साल बाद चार धाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। ऐसे में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में राज्य सरकार ने क्षमता के अनुसार श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी है।
इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। यह व्यवस्था यात्रा सीजन के पहले 45 दिनों के लिए बनाई गई है। इसके तहत एक दिन में केदारनाथ धाम में 12 हजार, बदरीनाथ धाम में 15 हजार, गंगोत्री धाम में सात हजार और यमुनोत्री धाम में एक दिन में चार हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। साथ ही कोविड गाइडलाइन का भी पालन करना होगा।
बताते चलें कि आगामी तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू हो जाएगी। जबकि केदारनाथ धाम के कपाट छह मई और बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुलेंगे।